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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोनाः इस देश ने खतरनाक वायरस पर पाया काबू, केवल 2 पर ही रोक दिया मौत का आंकड़ा

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नई दिल्ली। कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से अब तक 95 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं 15 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।

दुनिया के हर देश में यह वायरस फैल चुका है। सबसे गंभीर स्थिति अमेरिका की है। यहां अब तक सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित लोग पाए गए हैं। वहीं इस देश में हर दिन हजारों की संख्या में लोगों की जान भी जा रही है।

 

इटली, स्पेन के बाद कोरोना वायरस यहीं सबसे ज्यादा तबाही मचा रहा है। इस बीच आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने विश्व शक्ति होने का कभी दावा नहीं किया लेकिन उसने कोरोना पर पूरी तरह से काबू पा लिया है। हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड की।   कोरोना वायरस से लड़ाई में न्यूजीलैंड कई देशों से आगे निकल गया है।

न्यूजीलैंड में लगातार चार दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में कमी आ रही है। गुरुवार को न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 29 नए और संभावित केस रिपोर्ट किए। न्यूजीलैंड में अब तक संक्रमण के कुल 1332 मामले सामने आ चुके हैं और 2 मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित 317 लोग रिकवर भी हो चुके है।

50 लाख की आबादी वाले इस देश में 15 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया था जो अब खत्म हो चुका है। सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम काफी सफल दिखाई दे रहा है।

न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने गुरुवार को दिए भाषण में कहा, हम धीरे-धीरे हालात काबू करने की ओर आगे बढ़ रहे हैं और हमारी योजना काम कर रही है।

जेसिंडा आर्डेन ने गुरुवार को सख्त कदम उठाते हुए बॉर्डर पर प्रतिबंध लगा दिया। अब नए नियम के मुताबिक जो भी देश में बाहर से प्रवेश करेंगे, उन्हें दो हफ्ते के लिए घर के बजाय सरकारी फैसिलिटी में क्वारंटीन किया जाएगा। यह नियम सिर्फ न्यूजीलैंड के निवासियों पर ही लागू होगा, विदेशी नागरिकों की एंट्री 20 मार्च से ही बैन है।

बता दें कि 28 फरवरी को न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था जबकि अमेरिका में ठीक एक महीने बाद कोरोना वायरस ने दस्तक दी। 29 मार्च को अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था लेकिन उसके बाद से मौत का सिलसिला फिर रूका ही नहीं।

सरकार द्वारा लिए गए कड़े फैसले लिए जाने के बाद यह देश अब कोरोना से जंग जीतत नजर आ रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री ऑर्डेन का कहना है कि अभी न्यूजीलैंड के सामने पूरी मैराथॉन बाकी है।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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