Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

कोरोना से जंग जीतने के करीब पहुंचा भारत, एक्टिव केस बचे हैं इतने

Published

on

Loading

नई दिल्ली। लंबे समय से कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा भारत अब इस महामारी को हराने के बहुत करीब पहुंच गया है। देश में बीते 24 घंटे में केवल 12,689 केस मिले और 137 मरीजों की जान गई।

वहीं, 13,320 लोगों ने इस बीमारी को मात दी। बीते दिन के ये आंकड़े केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में अब एक्टिव केस की संख्या घटकर 1,76,498 हो गई है।

लगातार कम हो रहे एक्टिव केस इस ओर संकेत कर रहे हैं कि भारत जल्द कोरोना महामारी से जंग जीतने की ओर है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ो के मुताबिक देश में अब तक कुल 1,06,89,527 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1,03,59,305 लोग कोविड-19 से जंग जीत चुके हैं।

वहीं, 1,53,724 लोगों ने इस वायरस से जान गंवा दी है। गौरतलबै है कि देश में कोरोना वायरस पर फतह हासिल करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू हो चुका है। मंत्रालय के मुताबिक अब तक 20,29,480 को अब तक कोरोना का टीका लग चुका है।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

Continue Reading

Trending