Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार: ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में भीषण डकैती, विरोध करने पर एक यात्री को मारी गोली

Published

on

Loading

मुजफ्फरपुर। बिहार ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में हथियारबंद डकैतों ने बड़ी डकैती की घटना को अंजाम दे डाला। इस दौरान विरोध करने पर डकैतों ने एक यात्री को गोली मार दी। घायल यात्री का नाम शिवम कुमार है जो उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि सभी युवक मुजफ्फरपुर में सीआरपीएफ की बहाली में शामिल होने गए थे जहां से लौटते वक्त वह ग्वालियर एक्सप्रेस के जरिए इटावा जा रहे थे। पूरी वारदात सेानपुर-छपरा रेलखंड के दिघवारा और सोनपुर स्टेशन के बीच हुई। घटना को अंजाम देने के बाद डकैत चेन पुलिंग कर फरार हो गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार की रात अज्ञात हथियरबंद लुटेरे दिघवारा और सोनपुर स्टेशन के बीच ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान लूटपाट का विरोध करने पर उन्होंने उत्तर प्रदेश के इटावा निवासी शिवम यादव को गोली मार दी, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए।

घायल यात्री को छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डकैतों की संख्या 10 से 12 बताई जा रही है, जो हाथों में धारदार हथियार और देसी कट्टा लेकर ट्रेन में सवार हुए थे। इसके बाद चलती ट्रेन में बदमाशों ने लूटपाट करना शुरू कर दिया।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending