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नेशनल

बालाकोट में कैसे की गई एयरस्ट्राइक, वायु सेना वीडियो जारी कर बताया

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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकियों ने CRPF के काफिले पर हमला कर दिया था। बम धमाका इतना तेज था कि 45 जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे।

इस आतंकी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, जिसके बाद भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की गई जिससे आतंकी के कैंप पूरी तरह से नेस्तनाबूद हो गए।

अब शुक्रवार को वायुसेना की तरफ से इस एयरस्ट्राइक पर एक वीडियो जारी किया गया है। जिसमें एयरस्ट्राइक की पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है। आपको बता दें कि यह वीडियो प्रमोशनल है।

क्या है वीडियो

वायुसेना की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि पुलवामा हमले के बाद देश के लोगों में काफी गुस्सा था जिसके बाद एयरफोर्स ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की योजना बनाई।

वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अगले दिन (27 फरवरी) को भारतीय वायुक्षेत्र में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना के जवानों ने उन्हें खदेड़कर बाहर कर दिया।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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