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अन्तर्राष्ट्रीय

यूएन प्रमुख पद के लिए टोनी एबॉट की पसंद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री

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In this Wednesday, July 23, 2014 photo, U.N. Development Program Administrator Helen Clark of New Zealand speaks during an interview in Tokyo. Improvements in life spans, education and incomes are slowing due to natural disasters, misguided government policies and worsening inequality in a world where the 85 richest people have as much wealth as the 3.5 billion poorest people, the United Nations said Thursday, July 24, 2014 in its annual human development report. “Where people do address these things, development can come along very, very nicely. Where they haven’t addressed a lot of vulnerabilities and development deficits, as in Syria, it all comes spectacularly unstuck,” Clark said. (AP Photo/Shizuo Kambayashi)

कैनबरा। आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने अगले संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क को वोट देने का वादा किया है। इस खबर के बाद लिबरल पार्टी के भीतर तनाव बढ़ गया है। लिबरल पार्टी दूसरे कई सदस्य जिनमें विदेश मंत्री जूली बिशप भी शामिल हैं, ने संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पद के लिए आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रुड को समर्थन देने की इच्छा जताई है।

आस्ट्रेलिया के एक समाचार पत्र ने सोमवार को टोनी एबॉट और न्यूजीलैंड के एक नेता जॉन की के बीच 2014 में लिखे गए पत्रों को प्रकाशित किया, जिसमें टोनी एबॉट ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री क्लार्क को समर्थन देने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई थी।

वहीं, बिशप ने संवाददाताओं को बताया कि यदि केविन रुड इस पद के लिए नामांकित होते हैं, तो मैलकम टर्नबुल गठबंधन सरकार रुड को समर्थन देने पर विचार करेगी। हालांकि, एबॉट द्वारा क्लार्क को समर्थन देने की प्रतिबद्धता से बिशप को झटका लगा है। बिशप इस बात से चकित हैं कि एबॉट ने बिना उनसे सलाह-मशविरा किए जॉन की से वादा कर दिया।

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में केन्या के रक्षा प्रमुख की मौत, राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश

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नई दिल्ली। केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओगोला की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ हेलीकॉप्टर पर सवार 9 और लोगों की भी जान चली गई। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने घटना के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा कि केन्या के रक्षा प्रमुख और नौ अन्य शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को देश के एक दूरदराज के इलाके में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

रुटो ने कहा, ‘मुझे केन्या रक्षा बलों के प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला के निधन की घोषणा करते हुए गहरा दुख हो रहा है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक जांच टीम गठित की गई है और उन्हें एल्गेयो मराकवेट काउंटी में दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है।’

रूटो ने बताया कि जनरल ओगोला केन्या के उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र में सैनिकों के साथ बैठक करने और वहां पर चल रहे स्कूल नवीकरण का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को नैरोबी से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए, केन्या रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में, यह केन्या रक्षा बलों की बिरादरी के लिए एक दुखद क्षण है और यह राष्ट्र के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों में से एक को खो दिया है।’

राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि केन्या में शुक्रवार से तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। केन्या के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, जनरल ओगोला 1984 में केन्याई रक्षा बलों में शामिल हुए और केन्या वायु सेना में तैनात होने से पहले 1985 में वो दूसरे लेफ्टिनेंट बने थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता हुसैन मोहम्मद के अनुसार, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद केन्याई राष्ट्रपति ने नैरोबी में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक तत्काल बैठक बुलाई है।

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