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लाइफ स्टाइल

व्यक्तित्व से निर्धारित होता है आपका स्वास्थ्य

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लंदन| आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली किसी संक्रमण से कितना प्रभावी ढंग से निपट सकती है, यह आपके व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। भारतवंशी वैज्ञानिक ने एक नए शोध के दौरान इस बात का खुलासा किया है। निष्कर्ष के मुताबिक, बहिर्मुखी लोग चूंकि सामाजिक रूप से अधिक केंद्रित होते हैं, इसलिए अधिक सामाजिक गतिविधियों के कारण उनके संक्रमण के संपर्क में आने की संभावना अधिक होती है, जिसके कारण उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली के मजबूत होने की संभावना होती है। जबकि अंतर्मुखी स्वभाव वालों के साथ ऐसा नहीं होता।

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम की प्रोफेसर कविता वेधारा ने कहा, “हमारे निष्कर्ष में यह बात सामने आई है कि बहिर्मुखी व्यक्तित्व वाले लोगों में ऐसे जिंस होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं, जबकि दूसरी तरफ अंतर्मुखी स्वभाव वाले लोगों में ऐसे जिंस कम सक्रिय होते हैं।”

शोधकर्ताओं ने व्यक्तित्व संबंधी कुछ लक्षणों तथा जिंस की अभिव्यक्ति का अध्ययन किया, जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली की गतिविधियों पर नियंत्रण कर हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।

मानव के व्यक्तित्व से संबंधित पांच प्रमुख लक्षणों तथा श्वेत रक्त कणिका में सक्रिय जिंस के दो समूहों के अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने बेहद संवेदनशील माइक्रोएरे प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया।

शोध के प्रतिभागियों का व्यक्तित्व परीक्षण किया गया, जिसमें उनकी बहिर्मुखता, मनोविक्षुब्धता, खुलापन, प्रियता तथा कर्तव्यनिष्ठा की जांच की गई।

वेधारा ने कहा, “वैसे लोग जो बहिर्मुखी स्वभाव के होते हैं, उनकी सामाजिक गतिविधियां अधिक होती हैं, जिसके कारण संक्रमण से उनका सामने होने की संभावना अधिक होती है, जिसके कारण उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करती है।”

उन्होंने कहा, “वैसे लोग जो अंतर्मुखी स्वभाव के होते हैं, उनका संक्रमण से सामना होने की संभावना कम होती है, क्योंकि उनकी सामाजिक गतिविधियां सीमित होती है। इस कारण उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कम प्रभावी तरीके से काम करती है।”

यह अध्ययन पत्रिका ‘साइकोन्यूरोएंडोक्राइनोलॉजी’ में प्रकाशित हुआ है।

लाइफ स्टाइल

तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय

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Death due to heart diseases increasing

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नई दिल्ली। भारत में दिल की बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हाई कॉलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं आनुवंशिक कारणों से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ रही है। दक्षिण-पूर्वी एशियाई आबादी में आनुवंशिक रूप से दिल की बीमारियों की संभावना अधिक होती है। दिल को सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप दिल की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

सेहतमंद आहार लें

संतुलित और सेहतमंद आहार का सेवन करने से शरीर को सही पोषण मिलता है। जंक फूड में फैट, नमक और चीनी बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो समय के साथ हमारे दिल को बीमार बना देती है। अक्सर लोग बिना सोचे समझे प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं क्योंकि उन्हें यह बहुत आसान लगता है, लेकिन इस तरह का भोजन हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में कैलोरीज, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और लो सैचुरेटेड फैट होने चाहिए।

गतिहीन जीवनशैली से बचें

बहुत से लोग नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते। आज हममें से लाखों लोग ऐसी नौकरियां करते हैं, जिसके लिए उन्हें घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना पड़ता है। व्यायाम की कमी व्यक्ति के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। यह मोटापे को जन्म देती है, जिसके कारण व्यक्ति धीरे धीरे डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियों का शिकार बन जाता है।

शारीरिक रूप से सक्रिय

व्यायाम दिल को तंदुरुस्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्डियो व्यायाम से दिल की पम्प करने की क्षमता बढ़ती है और दिल की मांसपेशियां तंदुरुस्त बन जाती हैं। नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप नियन्त्रण में रहता है, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं और ब्लड शुगर भी नियन्त्रित रहती है।

तनाव से बचें

तनाव आज हम सभी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, खासतौर पर ज्यादातर शहरी लोग अपने काम को लेकर तनाव में रहते हैं। जब आपका शरीर तनाव में रहता है, तो इसका असर शरीर के हर अंग पर पड़ता है। तनाव के समय शरीर में एड्रिनलिन हॉर्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, अगर ऐसा नियमित रूप से होने लगे तो दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

अच्छी और गहरी नींद

समय की कमी के कारण बहुत से लोग अपनी नींद को कम कर काम करने लगते हैं। वे अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नींद से समझौता करते हैं जो सेहत के लिए खास तौर पर दिल के लिए खतरनाक है। 7-8 घंटे से कम नींद लेने से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें

धूम्रपान और शराब का सेवन किसी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। आजकल विकासशील देशों में धूम्रपान का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जो दिल के लिए नुकसानदायक है। यहां तक कि अगर आपके आस-पास कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह भी आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। धूम्रपान छोड़ने के लिए परिवार और दोस्तों के सहयोग की जरूरत होती है। इसकी आदत छोड़ने के लिए निकोटीन पैच या ई-सिगरेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराकर आप दिल की बीमारियों के खतरे से बच सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से अगर आपको कोई समस्या है तो समय पर उसका निदान हो जाएगा और समय रहते इलाज शुरू कर बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकेगा। इसलिए नियमित रूप से अपनी जांच करवाते रहें और अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहें।

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डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी एक सूचना मात्र है. अपनाने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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