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नेशनल

अगर कर रहे हैं घूमने की तैयारी पढ़ लें ये खबर, कहीं रद्द न हो गई हो आपकी भी ट्रेन

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रेलवे

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नई दिल्ली। अगर आप कहीं घूमने की तैयारी कर रहे हैं और आपको यात्रा ट्रेन से करनी हैं तो खबर आपके लिए है। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर काम चलने की वजह से अगले चार दिनों तक 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

ट्रेन

अगर आपको नई दिल्ली से जालंधर, अमृतसर, पलवल या गाजियाबद की यात्रा करनी है तो चार दिनों तक ये 8 ट्रेनें नहीं मिलेगी। दरअसल, रेलवे विभाग स्टेशन पर लगे वाशेबल एप्रेन लगाने का काम कर रहा है।

ट्रेन

इस सुविधा के बाद रेलवे ट्रेक की सफाई व ट्रेनों में पानी की व्यवस्था बेहतर हो जाएगी। पूरी प्रक्रिया में वक्त लगेगा इसके बाद ही ट्रेनों का आवागमन सुचारू रूप से चल पाएगा।

इस कारण फिलहाल आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेन को 23 से 26 तारीख तक के लिए रद् कर दिया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों को हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से रेगुलेट किया जाएगा।

 

रद्द हो चुकी हैं ये ट्रेन

14681 नई दिल्ली- जालंधर एक्सप्रेस

14682 जालंधर-नई दिल्ली एक्सप्रेस

12459 नई दिल्ली-अमृतसर इंटरसिटी एक्सप्रेस

12460 अमृतसर-नई दिल्ली एक्सप्रेस

64087 हजरत निजामुद्दीन- नई दिल्ली

64097 नई दिल्ली- शकूरबस्ती (ईएमयू)

64052 गाजियाबद से पलवल

64015 पलवल से शकूरबस्ती

कई लंबी दूरी ट्रेनों को हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से रात 11 बजे तक के लिए रेगुलेट किया गया है। ये ट्रेन अपने तय समय पर ही इस स्टेशन से गंतव्य के लिए रवाना होंगी।

16317 कन्याकुमारी- कटरा हिमसागर एक्सप्रेस

16687 मंगलोर- कटरा नवयुग एक्सप्रेस

11449 जबलपुर-कटरा एक्सप्रेस

16031 चेन्नई-कटरा अंडमान एक्सप्रेस

19803 कोटा-कटरा एक्सप्रेस

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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