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अन्तर्राष्ट्रीय

रावलपिंडी में शिक्षकों के मोबाइल इस्तेमाल पर रोक

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इस्लामाबाद| पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में स्कूली शिक्षकों पर कार्यावधि के दौरान मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोमवार को मीडिया रपट से यह जानकारी मिली। समाचार पत्र ‘डॉन’ ने रावलपिंडी शिक्षा विभाग के निर्देशों के हवाले से जानकारी दी कि मोबाइल के इस्तेमाल पर प्रतिबंध सुनिश्चित करने के लिए सभी स्कूली प्रधानाचार्यो को शिक्षकों से उनका मोबाइल सुबह की सभा में जमा करवाने और स्कूल खत्म होने पर वापस देने के निर्देश दिए गए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि यह कदम स्कूल के समय में शिक्षकों द्वारा मोबाइल पर समय व्यर्थ गंवाने पर रोक लगाने के लिए उठाया गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी काजी जहूर उल हक ने बताया, “हमें जानकारी मिली थी कि स्कूल के समय में शिक्षक मोबाइल पर समय बर्बाद करते हैं, इसी के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। आदेश की अवमानना करने वाले को निलंबित किया जा सकता है।”

अधिकारी ने कहा कि विभाग पहले ही शिक्षकों को कक्षा में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर आगाह कर चुका था, लेकिन निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया गया।

उन्होंने कहा, “हमारे पास इसके सिवा कोई और उपाय नहीं बचा था कि सुबह की सभा में सभी शिक्षकों से उनके मोबाइल जमा करवा लिए जाएं।”

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

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