Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पटेल आरक्षण की आग में जला गुजरात, पीएम ने की शांति की अपील

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात में पटेल समुदाय को अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) में शामिल कर आरक्षण का लाभ देने की मांग को लेकर पूरे राज्य में जबरदस्त हिंसा और अराजकता का माहौल पैदा हो गया है। राज्य में मंगलवार रात से शुरू हुई जबरदस्त हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के बीच अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। एक के बाद एक हिंसक घटनाओं के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। दी ने ट्वीट में लिखा, “हर किसी को विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए और हम विकास के जरिए ही लोगों की मदद कर सकते हैं, विशेष रूप से गरीबों की। हिसा से किसी का भला नहीं होता।” उन्होंने कहा, “मैं एक बार फिर गुजरात के लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं। हिंसा से कुछ नहीं मिलेगा। यह मेरी आप सब से विनती है कि सिर्फ शांति ही एक मंत्र होना चाहिए।”

पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के नौ क्षेत्रों मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के विधानसभा क्षेत्र में आने वाले घाटलोडिया तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के क्षेत्र नाराणपुरा के अलावा रामोल, वाडज, कृष्णानगर, नारोडा, ओढव, निकोल और बापूनगर में बुधवार तड़के कर्फ्यू लगा दिया गया। इन इलाकों में अर्धसैनिक बलों के जवान गश्त लगा रहे हैं। गृह राज्य मंत्री रजनी पटेल के मेहसाणा स्थित आवास पर हमले और आगजनी समेत कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं हुई हैं।

गुजरात में मंगलवार को पटेल समुदाय द्वारा नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में जाति आधारित आरक्षण की मांग को लेकर 10 किलोमीटर लंबी क्रांती रैली निकाली गई थी। इस रैली के संयोजक हार्दिक पटेल को हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद राज्य के कई जिलों में हिंसा भड़क उठी थी। हालांकि कुछ देर बाद ही हिरासत में लिये गये लोगों को रिहा कर दिया गया था। इस घटना के बाद बुधवार को गुजरात में राज्यव्यापी बंद है। अहमदाबाद में भी तनावपूर्ण स्थिति के बीच सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। जबरदस्त हिंसा के बीच गृह मंत्रालय ने कहा है कि वह राज्य सरकार के संपर्क में है और वहां अर्धसैनिक बलों की 31 कंपनियां भेजी गई हैं।

नेशनल

कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए

Published

on

Loading

बेंगलुरु। कर्नाटक के मंत्री शिवराज तंगाडागी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए। मंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए, क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है।

“दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था”

तंगाडागी ने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी। जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए।” कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी ‘मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं!” भाजपा ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Continue Reading

Trending