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प्रादेशिक

बुंदेलखंड : किसानों के पसीने से तालाब लबालब

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टीकमगढ़| टीकमगढ़ जिले की बनगांय पंचायत के टौरिया शुक्लान के चंदेल कालीन तालाब में हिलोरें मारते पानी को देखकर किसान बैजनाथ पाल की आंखों की चमक उनकी खुशी को साफ बयां कर जाती है, ऐसा हो भी क्यों न, क्योंकि उनके गांव के लोगों ने मेहनत करके इस तालाब को संवारा है और कम बारिश के बावजूद तालाब लबालब होने की स्थिति में जो आ गया है।

बुंदेलखंड सूखा, गरीबी, भुखमरी और पलायन के कारण देश ही नहीं, दुनिया में पहचाना जाता है, मगर यहां के लोगों में विपरीत हालात से लड़ने का जज्बा भी किसी से कम नहीं है। वे सरकारों की तरफ ताकने की बजाय खुद मुसीबतों से लड़कर जीतना भी जानते हैं। यही कारण है कि इस इलाके के कई गांव के लोगों ने पानी की समस्या से निजात पाने के लिए तालाबों की तस्वीर और अपनी तकदीर बदलने की मुहिम छेड़ी है।

संघर्ष और मेहनत की कहानी सुनाने वाली एक ग्राम पंचायत है बनगांय, इस पंचायत के टौरिया शुक्लान (मजरा) का मौसम कोई भी हो पानी की समस्या से दो-चार होना आम बात रही है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यहां पानी का एकमात्र सहारा चंदेलकालीन तालाब है, जिसमें बारिश का पानी भी ज्यादा दिन ठहर नहीं पाता था और सारे पानी का रिसाव हो जाता था। हाल यह होता था कि बारिश का मौसम गुजरते ही पानी की किल्लत शुरू हो जाती थी।

गांव के बुजुर्ग किसान बैजनाथ पाल ने बताया कि इस तालाब में पानी होने का अर्थ है, टौरिया शुक्लान की खुशहाली, यहां के लोगों के रोजगार का जरिया खेती और पशुपालन है। ये दोनों काम तभी हो सकते हैं जब पानी हो, इस बार तालाब में पानी रहेगा, जिससे खेती और मवेशियों के लिए पानी की समस्या नहीं आएगी। तब आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।

गांव की सरपंच लीलावती शुक्ला का कहना है कि उनके गांव के लिए तालाब की हालत में सुधार जरूरी था, इसके लिए उन्होंने परमार्थ समाज सेवा संस्थान से मदद मांगी, क्योंकि यह संस्था आसपास के कई गांव में काम करा रही है। इसमें शर्त थी कि कुल लागत की 10 प्रतिशत राशि गांव वालों को अंशदान या श्रमदान के तौर पर देनी होगी।

गांव के हल्काई शुक्ला ने तालाब सुधार के लिए चले प्रयासों का ब्यौरा देते हुए बताया कि ‘शुरू में कुल लागत की 10 प्रतिशत राशि अथवा श्रमदान के लिए सभी को राजी करना आसान नहीं था, गांव के लोगों की बैठक बुलाई गई और उसमें तय हुआ कि कुल लागत का 10 प्रतिशत अंशदान 30 हजार रुपये जुटाया जाए। इस तालाब से 70 एकड़ भूमि की सिंचाई होगी, लिहाजा इस तरह प्रति एकड़ 412 रुपये की राशि जुटाई जाए। सभी तैयार हो गए और राशि जुटा ली गई। वहीं तालाब सुधार के लिए प्रतिवर्ष राशि ली जाएगी।

परमार्थ संस्था के प्रमुख संजय सिंह ने आईएएनएस को बताया कि विकास कार्य में गांव के लोगों की हिस्सेदारी व भागीदारी रहे, इसलिए एकीकृत जल प्रबंधन योजना के तहत होने वाले कार्यो में 10 प्रतिशत की राशि अंशदान के तौर पर ली जाती है। इतना ही नहीं, विकास कार्य पर खर्च होने वाली राशि और चल रहे काम पर नजर भी गांव के लोगों की होती है। संस्था की ओर से तकनीकी परामर्श दिया जाता है।

गांव के बैजनाथ पाल का कहना है, “कई वर्ष बाद उन्होंने इस तालाब को पानी से इस तरह भरे हुए देखा है, उनका मन खुश है और उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि आने वाले समय में पानी की किल्लत से जूझना पड़ेगा। यह सब गांव के लोगों की एक जुटता और मेहनत के बल पर हुआ है। तालाब हमारा है और हमने उसे बचाने के प्रयास किए हैं।”

टीकमगढ़ जिले के कांटी, कौंडिया, बनगांय, गोर आदि में किसानों ने सामुदायिक हिस्सेदारी के बल पर तालाबों की सूरत बदल दी है। बारिश के पानी के होने वाले रिसाव को रोकने के इंतजाम किए गए हैं, वहीं ज्यादा पानी आने पर सलूस के जरिये जल निकासी को भी सुधारा गया है। लिहाजा, गांव वालों ने अपनी मेहनत से हालात से लड़ने की नई इबारत लिख डाली है।

उत्तर प्रदेश

फतेहपुर सीकरी में बोले सीएम योगी- माफिया की कब्र पर फातिहा पढ़ने वालों को वोट के लिए तरसा दीजिए

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फतेहपुर सीकरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के समर्थन जनता को संबोधित किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता का अभिवादन कर अपने संबोधन की शुरुआत की।

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस-सपा और बसपा पर जोरदार हमला बोला है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस सपा और बसपा ने गरीबों के हकों पर डाका डालते थे इसलिये जनधन अकाउंट नहीं खोलने देते थे। ये लोग जनता को रसोई गैस के लिए तरसाते थे। किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर थे क्योंकि किसान सम्मान निधि जैसी कोई योजना नहीं थी। गरीब सर्दी में ठिठुरने के लिए मजबूर होता था और बरसात मे भूखा सो जाता था। सीएम योगी ने केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि चार करोड़ गरीबों को मकान मिल गए। 12 करोड़ किसानो को किसान सम्मान निधि का लाभ मिला है। दस करोड़ परिवारों को उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस का कनेक्शन मिला है।

योगी आदित्यनाथ ने रैली में कहा, “ब्रजभूमि का नंबर आने वाला है। अयोध्या और काशी ने अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है। अब बारी ‘ब्रजभूमि’ की है। अब विकास के लिए आपको कोई तरसाने की हिम्मत नहीं कर पाएगा। अब आगरा में भी एयरपोर्ट बन रहा है। आपने देखा होगा राम नवमी के दिन भगवान राम सूर्य तिलक हुआ था। एक तरफ कांग्रेस, सपा, बसपा थी, राम जन्मभूमि के लिए कहते थे कि क्या सबूत है कि राम का जन्म अयोध्या में हुआ। इन दलों ने कहा था राम और कृष्ण तो हैं ही नहीं। जैसे की इस सृष्टि से पहले कांग्रेस, सपा और बसपा ही पैदा हो गए थे बाकी तो कोई हुआ ही नहीं था। कांग्रेस, सपा और बसपा के लोग गरीबों के हकों पर डकैती डालते थे, इसलिए जनधन अकाउंट नहीं खुलने देते थे। जब आपको मौका मिला तब आपने कुछ किया नहीं। जब मौका मिला, ये माफिया और अपराधी को अपने गले का हार बनाकर प्रदेश के व्यापारी और बेटी की सुरक्षा में सेंध लगा रहे थे।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस,सपा, बसपा, देख रहे हैं न, सभी लोग माफिया की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ रहे हैं। इनको बोलो कि जाओ वोट तो कमल निशान को जाएगा। तुमलोगों को पांच साल की छुट्टी दे रहे हैं फतिहा पढ़ो खूब।” आदित्यनाथ ने कहा, “अगर आप विरासत का सम्मान करते हैं तो जिन लोगों ने राम और कृष्ण पर प्रश्न खड़े किए थे आप उनको वोट के लिए तरसा दीजिए। जिन्होंने विकास की योजनाओं के लिए आपको तरसाया था, गंगा जल के लिए आपको तरसाया था। उनको वोट के लिए तरसा दीजिए।” उन्होंने कहा, “जातिवाद के नाम पर बांटने वाले लोग देश को कमजोर करना चाहते हैं। इन लोगों से सावधान रहिए। देखो अयोध्या में राम लला का दर्शन करवा रहे हैं तो माफिया और अपराधी का राम नाम सत्य भी करवा रहे हैं। दोनों काम एक साथ चल रहा है।”

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