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प्रादेशिक

सुपर 30 के संस्थापक को वेद व्यास सम्मान

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पटना। सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार वर्ष 2014-15 के लिए मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित सम्मान ‘महर्षि वेद व्यास राष्ट्रीय पुरस्कार’ के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और रचनात्मक विकास के लिए प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस पुरस्कार में दो लाख रुपये और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 15 अगस्त को भोपाल में आयोजित एक समारोह में आनंद को यह पुरस्कार देंगे।

महर्षि वेद व्यास पुरस्कार के लिए चुने जाने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार कहते हैं कि कोई भी पुरस्कार पाने से खुशी होती है तथा इन पुरस्कारों से और काम करने की प्रेरणा मिलती है। आनंद कहते हैं, “सुपर 30 आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के उत्थान के लिए एक छोटा सा प्रयास कर रही है, जिसे समाज के लोग पसंद कर रहे हैं। यही बहुत बड़ी प्रेरणा का काम करती हैं।”

उन्होंने वर्तमान उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पुरस्कार मिलने से जिम्मेवारी और बढ़ जाती है। इसके पूर्व आनंद को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए बिहार में ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि सुपर 30 निर्धन रूप से कमजोर 30 बच्चों का चयन करती है और उन्हें आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराती है।

उत्तर प्रदेश

रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’

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अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।

वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।

भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।

इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।

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