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मुख्य समाचार

वंशवादी शासन का अंत करें : मोदी

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किश्तवाड़(जम्मू एवं कश्मीर)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर में लोगों से आह्वान किया कि वे खुद को बंधन मुक्त करने के लिए यहां वंशवाद की राजनीति का खात्मा करें। कांग्रेस या नेशनल कांफेंस (नेकां) का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर को दो परिवारों ने बीते 50 वर्षो से अधिक समय से बंधक बना रखा है।

यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “एक परिवार यहां शासन करता है और पांच वर्षो तक इस राज्य को लूटता है, उसके बाद वह बदनाम हो जाता है। फिर राज्य को लूटने की शक्ति वह दूसरे परिवार को सौैंप देता है। दोनों के बीच राजनीतिक मैच फिक्सिंग का खेल चल रहा है।”

मोदी ने कहा, “मैं आपसे अपील करता हूं कि वंशवादी शासन के इस जुए से आप खुद को मुक्त करें।”

उन्होंने लोगों को भारी संख्या में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मतदान करने के लिए कहा, ताकि राज्य में भाजपा अपने बूते सरकार बना सके।

नेशनल

गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद

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वाराणसी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी की जीत का आशीर्वाद मांगा।

बता दें कि गृह मंत्री बुधवार की शाम काशी दौरे पर पहुंचे थे। वे महमूरगंज के मोतीझील में पीएम नरेंद्र मोदी और वाराणसी से भाजपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। फिर मोतीझील मैदान में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने काशी के कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर जोश भरने का काम किया। उसके बाद उन्होंने काशी में ही रात्रि विश्राम किया था। गुरुवार सुबह अचानक से दर्शन पूजन का प्लान तैयार किया गया था। इसके क्रम में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गृहमंत्री ने सबसे पहले काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया.

काशी के कोतवाल का दर्शन करने के बाद उन्हें विश्वनाथ मंदिर भी जाना था लेकिन अचानक से उनके कार्यक्रम में हुए बदलाव के बाद वह सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए, जहां से वह अगले कार्यक्रम के लिए जाएंगे। फिलहाल गृहमंत्री ने काल भैरव मंदिर में विशेष पूजन किया है। काल भैरव मंदिर के महंत नवीन गिरी का कहना है कि काल भैरव अष्टक के साथ उनका विशेष पूजन करवाया गया है ताकि सुख, शांति व समृद्धि के साथ उन्हें बड़ी जीत मिल सके।

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