Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

सीरिया : आईएस ने पल्माइरा में 400 लोगों की हत्या की

Published

on

दमिश्क,सीरिया की ऐतिहासिक विरासत,पल्माइरा,आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट,आईएस,सीरियाई पुरावशेषों

Loading

दमिश्क | सीरिया की ऐतिहासिक विरासत वाले नगर पल्माइरा में घुसने के बाद से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने 400 लोगों की हत्या कर दी है। मीडिया में रविवार को आई रपट से यह जानकारी मिली। आईएस ने बीते बुधवार को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित पल्माइरा शहर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीरिया के आधिकारिक टेलीविजन चैनल के हवाले से कहा कि मरुस्थल के बीच स्थिति इस सदियों पुराने शहर में आईएस के हाथों मरने वालों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। लंदन के एक निगरानी समूह के अनुसार पल्माइरा का रिहायशी और ऐतिहासिक विरासत वाला दोनों हिस्सा आईएस के कब्जे में है। समूह ने बताया कि आईएस ने शहर के हवाईअड्डे, केंद्रीय कारागार और खुफिया मुख्यालय सबको अपने कब्जे में ले लिया है।

आईएस ने 13 मई को पल्माइरा पर कब्जा करना शुरू किया। उसके बाद से आईएस ने सुखनेह, अमिरियेह, अल-हैल और अराक के तेल क्षेत्रों पर कब्जा जमा लिया है। सिन्हुआ ने सीरियाई पुरावशेषों एवं संग्रहालयों के महानिदेशक मामून अब्दुल करीम के हवाले से कहा कि सरकारी सुरक्षा बल पल्माइरा से हटाए जा सकने योग्य सभी प्राचीन विरासतों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। अब्दुल करीम ने हालांकि पल्माइरा में स्थित अति प्राचीन मंदिरों एवं स्मारकों को लेकर चिंता व्यक्त की।

अन्तर्राष्ट्रीय

महिलाओं को पत्थरों से मारकर दी जाएगी मौत, तालिबान का नया फरमान

Published

on

Loading

काबुल। तालिबान ने महिलाओं के लिए एक और फरमान जारी किया है। तालिबान ने एलान करते हुए कहा है कि जो भी महिला देश में
एडल्ट्री के आरोप में पकड़ी जाएगी उसे पत्थर मार-मार के मौत की सजा दी जाएगी। तालिबान सुप्रीमो मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने सरकारी टेलीविजन पर एक ऑडियो संदेश में ऐलान किया कि अफगानिस्तान में महिलाओं को एडल्ट्री के लिए सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे जाएंगे और पत्थर मारकर हत्या कर दी जाएगी।

द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑडियो संदेश में तालिबान सुप्रीमो ने पश्चिमी लोकतंत्र के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की भी कसम खाई है। अपने संदेश में अखुंदजादा ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा समर्थित महिलाओं के अधिकार तालिबान की ‘इस्लामी शरिया कानून’ के विरोधाभासी हैं। उन्होंने आगे कहा, क्या महिलाएं वे अधिकार चाहती हैं जिनके बारे में पश्चिमी लोग बात कर रहे हैं? वे शरिया और हमारी राय के खिलाफ हैं, हमने पश्चिमी लोकतंत्र को उखाड़ फेंका है।

संदेश में अखुंदजादा ने बताया कि मैंने मुजाहिदीन से कहा कि हम पश्चिमी लोगों से कहते हैं कि हमने आपके खिलाफ 20 साल तक लड़ाई लड़ी और हम आपके खिलाफ 20 और अगले 20 साल या उससे ज्यादा लड़ेंगे। कबुल पर कब्जा करने से ये खत्म नहीं हुआ है। इसका मतलब ये नहीं कि अब हम सिर्फ बैठ कर चाय पियेंगे। हम इस धरती पर शरिया लाएंगे।

Continue Reading

Trending