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बीएसएफ देश की प्रथम रक्षा दीवार : राजनाथ

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 नई दिल्ली| सीमा सुरक्षा बल (बीएसफ) को देश की प्रथम रक्षा दीवार बताते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अपने कर्तव्य पर जीवन न्योछावर करने वाले जवानों के परिवारों से मिलने के दौरान वह भावुक हो गए थे। राजनाथ ने सीमा सुरक्षा बल के 13वें अलंकरण समारोह को यहां संबोधित करते हुए कहा, “बीएसएफ रक्षा की पहली पंक्ति ही नहीं, बल्कि रक्षा की पहली दीवार भी है।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “सुरक्षा बलों में बलिदान का भाव तभी आता है जब राष्ट्रीय गौरव का भाव आता है।” उन्होंने कहा कि बीएसएफ एक ऐसा सुरक्षा बल है जहां पर सैनिकों को लगता है कि सीमा पर स्थित चौकियां उनके घरों से दूर एक घर ही हैं।”

राजनाथ ने पांच बीएसएफ जवानों को वीरता के लिए पुलिस पदक प्रदान किए और 25 अन्य जवानों को असाधारण सेवाओं के लिए पुलिस पदक दिए।

बीएसएफ अलंकरण समारोह हर साल 22 मई को आयोजित किया जाता है। यह समारोह इसके संस्थापक के.एफ. रुस्तमजी की याद में आयोजित जाता है। रुस्तमजी का जन्म 1916 में आज ही के दिन (22 मई) हुआ था।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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