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बिजनेस

एयरएशिया इंडिया की दिल्ली से नई उड़ानें गुरुवार से

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नई दिल्ली| किफायती विमानन कंपनी एयरएशिया इंडिया ने बुधवार को कहा कि नई दिल्ली से बेंगलुरू, गोवा और गुवाहाटी के लिए नई उड़ानें गुरुवार से शुरू होंगी। कंपनी इन मार्गो पर आकर्षक ऑफर दे रही है, जिसके तहत नई दिल्ली-बेंगलुरू/गोवा मार्ग पर किराया कम से कम 1,700 रुपये और नई दिल्ली-गुवाहाटी मार्ग पर यह किराया कम से कम 1,500 रुपये होगा।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिट्ट चांडिल्य ने कहा, “हम नई दिल्ली आने और इसे उत्तरी क्षेत्र का केंद्र बनाने को लेकर काफी उत्साहित हैं।”

उन्होंने कहा, “नई दिल्ली के बाजार में हमारा प्रवेश इस बात का संकेत है कि हमें अपने कारोबारी मॉडल और प्रदर्शन पर पूरा भरोसा है और यह कि हम अत्यधिक संतृप्त बाजार में आ सकते हैं और कम सेवा वाले गंतव्यों के लिए सेवा देकर बाजार का विस्तार कर सकते हैं।”

चांडिल्य ने कहा, “हम अपने उत्तरी और दक्षिणी दोनों ही केंद्रों से पूरे देश में अपने नेटवर्क का विस्तार करते रहेंगे।”

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मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

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मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

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