Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपी बोर्ड का रिजल्ट घोषित, हाईस्कूल में 83%, इंटर में 88 फीसदी छात्र पास

Published

on

UP-board_result

Loading

लखनऊ/इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम रविवार को घोषित कर दिया गया। इस बार की परीक्षा में भी लड़कियां अव्वल रहीं। इंटरमीडिएट की परीक्षा में लखनऊ की ज्योति राठौर ने 97 प्रतिशत अंक पाकर टॉप किया, जबकि हाईस्कूल में औरेया के सर्वेश वर्मा ने 97.7 प्रतिशत अंक पाकर पहला स्थान प्राप्त किया। परीक्षा का परिणाम घोषित करते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक व सभापति डॉ. अवा नरेश शर्मा ने बताया कि इंटरमीडिएट में परीक्षार्थियों का उत्तीर्णता प्रतिशत 88.83 है, जबकि हाईस्कूल में 83.74 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।

इंटरमीडिएट में इस वर्ष पूरे प्रदेश के सम्मिलित 27,64,277 परीक्षार्थियों में से 14,73,090 छात्र तथा 12,91,187 छात्राएं हैं। इनमें से 12,65,515 छात्र तथा 11,89,981 छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। बालकों का उत्तीर्णता प्रतिशत 85. 91 तथा बालिकाओं का उत्तीर्णता प्रतिशत 92.16 है। सभी परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्णता प्रतिशत बालकों के उत्तीर्णता प्रतिशत से 6.25 तथा संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्णता प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्णता प्रतिशत से 02.74 अधिक है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार, इस वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 34,95,974 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, जिनमें 33,78,245 संस्थागत और 1,17,729 व्यक्तिगत थे। हाईस्कूल में संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्णता प्रतिशत 84.18 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्णता प्रतिशत 70.63 है। इस तरह हाईस्कूल में सभी सफल परीक्षार्थियों का प्रतिशत 83.74 है। डॉ. शर्मा ने इलाहाबाद में बताया कि इस वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा में सम्मिलित प्रदेश के 30,55,879 परीक्षार्थियों में से 16,31,287 छात्र व 14,24,592 छात्राएं, इनमें से 13,00,585 बालक तथा 12,58,512 बालिकाएं उत्तीर्ण हुई हैं।

शर्मा ने बताया कि बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.73 तथा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.34 है। सभी परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्णता प्रतिशत बालकों के उत्तीर्णता प्रतिशत से 8.61 अधिक है। इसी तरह संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्णता प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्णता प्रतिशत से 13.55 अधिक है।

गौरतलब है कि इस वर्ष हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 19 फरवरी से शुरू हुई थीं। हाईस्कूल की परीक्षा 11 मार्च को और इंटरमीडिएट की परीक्षा 23 मार्च को समाप्त हुई थी। समूचे प्रदेश में हाईस्कूल के लिए कुल 11,166 तथा इंटर के लिए कुल 10,341 परीक्षा केंद्र निर्धारित हुए थे। दोनों परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 30 मार्च से 13 अप्रैल के बीच प्रदेश के विभिन्न जनपदों में निर्धारित 237 मूल्यांकन केंद्रों पर हुआ।

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

Published

on

Loading

हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

Continue Reading

Trending