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अमोनियम नाइट्रेट पर लाइसेंस की जरूरत हटी

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नई दिल्ली| खदानों में विस्फोटक के रूप में काम आने वाले अमोनियम नाइट्रेट ईंधन तेल (एएनएफओ) विस्फोटक के उत्पादन के लिए लाइसेंस की अनिवार्यता केंद्र सरकार ने गुरुवार को हटा दी। एएनएफओ उत्पादकों को नवंबर 2013 में उद्योग (विकास एवं नियमन) अधिनियम-1951 के तहत लाइसेंस के लिए आवेदन के लिए कहा गया था।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा, “अधिनियम के प्रावधानों के तहत लाइसेंस लेने में आ रही दिक्कतों के बारे में संबंधित पक्षों की राय मिल रही थी।”
बयान में कहा गया है कि एएनएफओ उत्पादन लाइसेंस के लिए औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के पास करीब 300 आवेदन लंबित थे। मंत्रालय ने कहा, “इससे खदान मालिकों को एएनएफओ का उपयोग जारी रखने में मदद मिलेगी और इससे सीमेंट उद्योग तथा निर्माण क्षेत्र के विकास को भी लाभ मिलेगा।”

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बाहुबली मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

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लखनऊ। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक जेल से लाते वक्त मुख्तार बेहोश था। मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई थी। 9 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी के लिए तैनात किया गया था। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस मामले में मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रिंसिपल ने चुप्पी साधी हुई है। उधर मुख्तार की मौत के बाद मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू हो गई है। इसके साथ ही यूपी में हाई अलर्ट है और सभी कप्तानों को अलर्ट पर रहने पर कहा गया है।

प्रयागराज में मुख्तार और उनके परिवार का इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस देखने वाले वकील अजय श्रीवास्तव प्रयागराज से बांदा के लिए रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि जेल या प्रशासन की तरफ से अभी तक मुख्तार अंसारी के परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई है। हालांकि मुख्तार के बेटे उमर अंसारी भी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं।

बता दें कि मुख़्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने और शोचालय में गिर जाने के कारण उसे तत्काल जेल डॉक्टर ने उपचार दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई थी। डॉक्टर्स ने मुख्तार  को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। इसके बाद बंदी मुख्तार अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा में भर्ती करा दिया गया था।

बता दें कि मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी, उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था,लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।

 

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