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अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में भूकम्प से भारी तबाही, 500 लोगों की मौत की पुष्टि

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काठमांडू| नेपाल में शनिवार को आए तेज भूकंप के बाद राजधानी काठमांडू सहित कई शहरों में तबाही का मंजर है। देश में आए इस भीषण भूकंप में कम से कम 500 लोगों की मौत हो गई है। नेपाल के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। दिल्ली में नेपाल उच्चायोग मिशन के उप प्रमुख कृष्ण प्रसाद ढाकाल ने कहा कि पूरे नेपाल में कम से कम 500 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा, “हम सही संख्या पता करने का प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि एक आधिकारिक दौरे पर थाईलैंड गए नेपाल के प्रधानमंत्री यात्रा को बीच में समाप्त कर तत्काल स्वदेश लौट रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुराने काठमांडू के हनमनढोका इलाका भूकंप में बुरी तरह तबाह हुआ है। इलाके में कई भवन और इमारतें ढह जाने से मलबे के नीचे लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। काठमांडू में नौ मंजिली इमारत भी ढह गई है। ट्विटर पर क्षतिग्रस्त इमारतों की तस्वीरें साझा की गई हैं। जहां कभी इमारतें हुआ करती थीं, वहां अब मलबों के ढेर नजर आ रहे हैं। तेज भूकंप की वजह से दर्शनीय स्थल पोखरा में 10 लोगों की मौत हो गई। नेपाल में मशहूर धारहार मीनार के गिरने की भी खबर है। जिसमें करीब 400 लोग फंसे हुए हैं। जनकपुर में भी जानकी मंदिर को नुकसान पहुंचा है। इस मंदिर के साथ ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। नेपाल के गृहमंत्री ने कहा कि देश में 110 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है।

अधिकारियों ने कहा है कि वे स्थिति का आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं। यहां तक कि भूकंप के आधे घंटे बाद तक भी आफ्टशॉक जारी रहे। बताया जा रहा है कि नेपाल में भूकम्प में आठ झटके महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप से भारी नुकसान और कई लोगों के मरने की खबर मिल रही है। हालांकि आधिकारिक रूप से केवल एक नागरिक की मौत की पुष्टि हुई है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 दर्ज की गई।

नेपाल की मदद के लिए भारत ने एनडीआरएफ की चार टीमों को नेपाल भेजने का फैसला किया है और इन टीमों को रवाना भी कर दिया गया है। भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने नेपाल के पीएम से फोन पर वार्ता की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भारतीय वायुसेना के एक विमान को भी तैयार रखा गया है।

ट्विटर पर जारी तस्वीरों में नेपाल में कई भवन पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और उस स्थान पर मलबे का ढेर है, जहां कभी इमारत हुआ करती थी। एक पक्की सड़क पर खूब लंबी और बड़ी-सी दरार बन गई है। प्रारंभिक खबरों के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 मापी गई, जिससे लामजुंग में संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। भूकंप का केंद्र लामजुंग में पाया गया है।

वहीं नेपाल में राजधानी काठमांडू स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास परिसर में एक पुरानी इमारत के गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। काठमांडू में कार्यरत एक पत्रकार ने बताया कि मृतक नेपाली नागरिक है। अमेरिकी भौगोलिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल का लामजुंग रहा। लामजुंग जिला काठमांडू से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है। चीन ने तो कहा है कि भूकंप की तीव्रता 8.1 थी।

नेपाल में शनिवार को आए तेज भूकंप की वजह से दर्शनीय स्थल पोखरा में 10 लोगों की मौत हो गई। पुलिस प्रवक्ता कमल सिंह बान ने बताया कि उन्हें पोखरा इलाके में 10 लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है। नेपाल के ग्रामीण और दूरवर्ती इलाकों में संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिसके कारण लोग एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। जहां पहुंच पाना संभव है, वहां सेना भेजने की कोशिश की जा रही है।

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जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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