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प्रादेशिक

राजद-जद (यू) विलय मुद्दे पर जद (यू) नेता आमने-सामने

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पटना| जनता दल (युनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गंठबंधन के बाद जद (यू) के कुछ नेता अब दोनों दलों के विलय की बात करने लगे हैं। हालांकि जद (यू) के कुछ नेता विलय को सही नहीं मानते। बिहार के परिवहन मंत्री रमई राम ने सोमवार को कहा कि महागठबंधन की बजाए जद (यू) और राजद में विलय हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों में एक ही विचारधारा के लोग हैं। उन्होंने कहा, “विलय हो जाने से और मजबूती आएगी, जिससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आसानी से पराजित किया जा सकता है।” उन्होंने साफ तौर पर स्वीकार किया कि गठबंधन में धोखाधड़ी हो सकता है।

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि इस मसले पर अभी तक कोई अधिकारिक चर्चा नहीं हुई है। इधर, इस मामले पर जब बिहार के एक अन्य मंत्री और जद (यू) के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने इसे मीडिया की उपज बताया। उन्होंने कहा कि दोनों दल अलग-अलग काम कर रहे हैं और बिहार विकास की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन की बात हो रही है। कई दलों के नेताओं से बात चल रही है। इसमें राजद और जद (यू) के विलय जैसी तो कोई बात नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष जद (यू) और भाजपा में गठबंधन टूट गया था। इसके बाद इस वर्ष बिहार के 10 विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में जद (यू) और राजद गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा गया था। इस क्रम में जद (यू) के नीतीश कुमार और राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंच भी साझा किया था।

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

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हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

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