आध्यात्म
दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर प्रज्वलित किए जाएंगे 5,51,000 दीप : योगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के मौके पर अयोध्या में दीपोत्सव को भव्य तरीके से मनाने के निर्देश दिए हैं। दीपोत्सव 2020 में प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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अयोध्या में दीपोत्सव के मौके पर सीएम योगी खुद दीप प्रज्वलित करेंगे। इस बार अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में लोग पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्वलित कर सकेंगे। कोविड-19 के कारण जो भी लोग अयोध्या नहीं पहुंच पाएंगे वो राम जन्मभूमि पर वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्वलित कर सकेंगे।
दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर 5,51,000 दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। इसके साथ साथ मुख्यमंत्री दीपोत्सव पर खुद रामजन्मभूमि पहुंचकर रामलला के दर्शन करेंगे।
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आध्यात्म
आज पूरा देश मना रहा रामनवमी, जानिए इसके पीछे की पूरी पौराणिक कहानी
नई दिल्ली। आज पूरे देश में रामनवमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। जो विष्णु का सातवां अवतार थे। रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कहानी।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान राम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी, जिससे कि उन्हें युद्ध के समय विजय मिली थी। साथ ही माना जाता है इस दिन गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना का आरंभ किया। राम नवमी का व्रत जो भी करता है वह व्यक्ति पापों से मुक्त होता है और साथ ही उसे शुभ फल प्रदान होता है
रामनवमी का इतिहास-
महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियां थी। कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी। शादी को काफी समय बीत जाने के बाद भी राजा दशरथ के घर किसी बालक की किलकारी नहीं गूंजी थी। इसके उपचार के लिए ऋषि वशिष्ट ने राजा दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए कमेश्टी यज्ञ कराने के लिए कहा। जिसे सुनकर दशरथ खुश हो गए और उन्होंने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ करने की विन्नती की। महर्षि ने दशरथ की विन्नती स्वीकार कर ली। यज्ञ के दौरान महर्षि ने तीनों रानियों को प्रसाद के रूप में खाने के लिए खीर दी। इसके कुछ दिनों बाद ही तीनों रानियां गर्भवती हो गईं।
नौ माह बाद चैत्र मास में राजा दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने दो जुड़वा बच्चे लक्ष्मण और शत्रुघन को जन्म दिया। भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में धरती पर जन्म इसलिए लिया ताकि वे दुष्ट प्राणियों का नरसंहार कर सके।
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