Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

Uttarpradesh : धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

Published

on

Loading

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान खरीद में हो रही गड़बड़ी को देखते हुए ठोस कदम उठा लिया है। यूपी में आठ केंद्र प्रभारियों सहित 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

22 अक्टूबर 2020 : इन राशिवालों को हो सकता है धनलाभ

सीएम योगी ने धान खरीद में गड़बड़ी करने वाले हर शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेजने के निर्देश दिए हैं।हाल ही में धान खरीद के दौरान कई अनियमितताओं की शिकायत आई थी, किसानों ने आरोप लगाया था कि उनकी उपज का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल पा रहा है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में धान खरीद को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैसला लिया है।

सीएम ने कहा है कि प्रदेश में किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए अब डीएम भी जिम्मेदार होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश दिया कि किसानों के धान की समय से खरीद हो। साथ ही उन्हें इसका उचित मूल्य मिले, ये जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होगी। धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

#cmyogi #Uttarpradesh #paddypurchase #agriculturemarket

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending