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प्रादेशिक

अलीगढ़ में 7 साल के बच्चे ने कमरे में खींचकर किया 5 साल की बच्ची का यौन शोषण

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अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां 7 साल के बच्चे ने पांच साल की बच्ची का यौन शोषण किया। बच्ची की मां ने इस बात की शिकायत पुलिस से की जिसके बाद बच्चे के खिलाफ पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी बच्चे को मंगलवार को जुवैनाइल जस्टिस (जेजे) बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा।

मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की गेंद आरोपी लड़के के घर में चली गई थी। जब बच्ची गेंद लेने उसके घर गई तो उसने कमरे में खींचकर उसका यौन शोषण किया। लड़की की मां के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार यह घटना 12 अक्टूबर को हुई थी। एफआईआर में मां ने कहा, “मेरी बेटी जब छत पर खेल रही थी तो उसकी गेंद पड़ोसी के घर चली गई, जब वह गेंद वापस लेने गई तो उसे पड़ोस के किराएदार के बेटे ने पकड़ लिया।”

पुलिस ने कहा, “हालांकि लड़के की उम्र नहीं बताई गई है लेकिन मेडिकल जांच से पता चला है कि वह 7 साल का है। लड़का अभी अपने माता-पिता के साथ है।”

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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