Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कोचिंग के लिए रोज़ जाती थी 70 किमी, कुशीनगर की आकांक्षा ने NEET में पाए 720 में 720 नंबर

Published

on

Loading

कुशीनगर। यूपी के कुशीनगर जिले की रहने वाली आकांक्षा सिंह ने नीट परीक्षा में 720 में से 720 नंबर हासिल किए है। आकांक्षा को भरोसा था कि वह इस परीक्षा में अच्छा करेगी। आकांक्षा नीट की कोचिंग के लिए रोज़ 70 किमी गोरखपुर जाती थी। आकांक्षा का कहना है कि वह न्यूरो सर्जन बनकर पूर्वांचल के पिछड़े इलाकों में सेवा करना चाहती हैं। पढ़ाई को समय के दायरे में कभी नहीं बांधने वाली आकांक्षा ने दो साल तक मोबाइल अपने पास नहीं रखा।

आकांक्षा के पिता भारतीय वायुसेना के रिटायर्ड सार्जेंट हैं। उनकी मां रुचि सिंह गांव पर ही प्राथमिक स्‍कूल की टीचर हैं। बेटी की इस कामयाबी से वे दोनों बेहद खुश हैं। शुक्रवार को रिजल्‍ट आने के बाद उन्‍होंने अपने पूरे गांव में मिठाई बांटकर इस खुशी का इजहार किया।

आकांक्षा बताती हैं कि पहले मैं 8वीं तक सिविल सर्विस में जाने की सोच रही थी लेकिन दिल्ली स्थित एम्स मेरे लिए एक प्रेरणा है। 9वीं से मैंने उसे अपना सपना मानकर नीट की तैयारी की शुरू कर दी। 10वीं तक कुशीनगर में पढ़ने वाली आकांक्षा ने बताया कि मैं इस सफलता का श्रेय ईश्वर, माता पिता और अपने कोचिंग इंस्टीट्यूट को देना चाहती हूं। मैंने 11 व 12 दिल्ली के प्रगति पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की। आकांक्षा को पढ़ना और गाने सुनना पसंद है।

आकांक्षा दूसरे स्थान पर हैं जबकि टॉपर शोएब के बारे में बताती हैं कि मेरी उम्र 17 साल है जबकि उनकी उम्र 18 के आसपास है इसलिए उनके प्रथम रैंक दिया गया है। वह बताती हैं कि मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि मैं टॉप की श्रेणी में होऊंगी। हां लेकिन मैंने मेहनत से तैयारी की थी इसलिए मुझे टॉप 40 में आने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending