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नेशनल

जम्मू-कश्मीर: आतंकियों ने BJP नेता वसीम बारी की गोली मारकर की हत्या, पिता-भाई की भी मौत

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जम्मू। जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के नेता शेख वसीम बारी और उनके परिवार के दो सदस्यों की बुधवार रात आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के वक्त वो अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर बनी हुई दुकान में थे। इस केस में 10 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। ये पुलिसकर्मी बीजेपी नेता की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए थे।

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि बांदीपोरा के बीजेपी नेता वसीम बारी, उनके पिता और भाई, तीनों ने दम तोड़ दिया। परिवार में 8 लोगों को सुरक्षादी गई थी। दुर्भाग्यवश घटना के समय कोई साथ नहीं था.

इस घटना पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि आतंकवादियों द्वारा किए गए इस क्रूर हमले से मैं चौंक गया हूं। ये आतंकी ऐसे लोगों पर हमला करते हैं, जिन्हें आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। भाजपा जिलाध्यक्ष वसीम, उनके पिता और भाई नहीं रहे।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख वसीम की हत्या के संबंध में फोन पर बातचीत की और पूरी घटना की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने उनके परिवारवालों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

#bjp #bjpleader #wasimbari  #murder

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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