Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

CORONA काल का साइड इफेक्ट, नई भर्तियों से RAILWAY की तौबा

Published

on

Loading

मनीष श्रीवास्तव

कोरोना संक्रमण का असर सरकारों पर पहले ही दिखने लगा था। जब कर्मचारियों के भत्तों व अन्य खर्चों में कटौतियों के रोजाना नए आदेश जारी हो रहे थे। अब सरकारी विभागों में नौकरियां पर भी कैंची चलेगी। जिससे भारत में बेरोजगारी बढ़ने के पुख्ता आसार है फिलहाल भारतीय रेलवे ने आर्थिक संकट को देखते हुए नयी भर्तियां प्रतिबंधित कर दी हैं। सिर्फ यही नहीं बीते दो वर्षों के दौरान हुई भर्तियों को भी कसौटी पर परखा जाएगा रेलवे अफसरों की माने तो तकरीबन पचास फीसदी पदों को खत्म किया जा सकता है। रेलवे मंत्रालय ने गुरुवार को जारी आदेश में साफ़ तौर पर कहा है अब अगले आदेश तक नए पदों पर किसी भी तरह की नियुक्ति नहीं की जायेगी। सुरक्षा संबंधी पदों पर शर्तों के साथ अनुमति दी गयी है।

भारतीय रेलवे को कोरोना संकट के बाद हुए लॉकडाउन ने बड़ी आर्थिक चोट पहुंचाई है। 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन है। दो महीने से ज्यादा तक संचालन पूरी तरह बंद रहा है। मई के दूसरे सप्ताह में स्पेशल ट्रेन के रूप में आंशिक संचालन शुरू हुआ है। हाल ही में रेलवे की तरफ से घोषणा की गई थी कि 12 अगस्त तक नियमित ट्रेनों का संचालन नहीं किया जाएगा। इतने दिनों तक संचालन बंद रहने से रेलवे को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है और रोजाना हो रहा है।

फिलहाल रेलवे मंत्रालय से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रेलवे के बजट में भी कटौती किये जाने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं जिसको देखते हुए रेलवे बोर्ड के बड़े अफसरों ने बाद इस बड़े फैसले पर हामी भरी है। फिलहाल रेलवे अपनी आमदनी के साधन बढ़ाने के लिए निजीकरण पर भी खासा जोर दे रहा है तभी 2023 तक देश में निजी क्षेत्र को ट्रेनें चलाने के लिए हरी झंडी दी जा रही है। प्राइवेट ट्रेनों से खुद रेलवे की कितनी झोली भरेगी ये तो आने वाला समय बताएगा लेकिन उससे पहले रेलवे में नए पदों पर भर्ती रुकने से देश के युवाओं में गहरी निराशा जरूर पैदा हो गयी है।

#indianrailways #corona #railway jobs

नेशनल

बाहुबली मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

Published

on

Loading

लखनऊ। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक जेल से लाते वक्त मुख्तार बेहोश था। मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई थी। 9 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी के लिए तैनात किया गया था। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस मामले में मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रिंसिपल ने चुप्पी साधी हुई है। उधर मुख्तार की मौत के बाद मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू हो गई है। इसके साथ ही यूपी में हाई अलर्ट है और सभी कप्तानों को अलर्ट पर रहने पर कहा गया है।

प्रयागराज में मुख्तार और उनके परिवार का इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस देखने वाले वकील अजय श्रीवास्तव प्रयागराज से बांदा के लिए रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि जेल या प्रशासन की तरफ से अभी तक मुख्तार अंसारी के परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई है। हालांकि मुख्तार के बेटे उमर अंसारी भी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं।

बता दें कि मुख़्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने और शोचालय में गिर जाने के कारण उसे तत्काल जेल डॉक्टर ने उपचार दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई थी। डॉक्टर्स ने मुख्तार  को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। इसके बाद बंदी मुख्तार अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा में भर्ती करा दिया गया था।

बता दें कि मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी, उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था,लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।

 

Continue Reading

Trending