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नेशनल

कोरोनाः तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने दी खुशखबरी, इतने दिनों में तैयार हो सकती है भारत में बनी वैक्सीन

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नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर दी है। सीएम राव के मुताबिक कोरोना की वैक्सीन भारत में जल्द तैयार हो सकती है। केसीआर ने यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पीएम मोदी को बताया कि जुलाई-अगस्त तक हैदराबाद में कोविड-19 की वैक्सीन तैयार हो सकती है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए विज्ञप्ति के अनुसार, राव ने प्रधानमंत्री से कहा, ‘कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।

एक संभावना है कि वैक्सीन हमारे देश में ही तैयार हो जाएगी। हैदराबाद में कंपनियां इसके लिए काफी मेहनत कर रही हैं। इस बात की संभावना है कि हैदराबाद में वैक्सीन को जुलाई-अगस्त तक तैयार कर लिया जाएगा। यदि वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी तो यह परिस्थिति को बदलने में सहायक होगी।’

गौरतलब है कि भारत बायोटेक ने हाल ही में सीएम को अवगत कराया है कि कोविड-19 वैक्सीन पर काम प्रगति पर है। कुछ अन्य कंपनियां भी इसी तरह की कवायद में लगी हुई हैं।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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