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कोरोना अपडेटः देश में नहीं कम हो रही वायरस की रफ्तार, 70 हजार के पार हुई संख्या

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकलकर अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। वायरस के बढ़ते प्रभाव की वजह से भारत में भी लॉकडाउन चल रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा अपडेट के मुताबिक देश में कुल कोरोना के मरीजों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3500 नए केस सामने आए हैं।

वहीं, ठीक होने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 22 हजार 455 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं। वहीं बीते 24 घंटे में थोड़ी राहत देने वाली खबर आई है।

जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 87 लोगों की मौत हुई है जो अन्य दिनों की तुलना में कम है। बता दें कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है।

यहां मरीजों की संख्या 23 हजार के पार चली गई है। वहीं, 7 हजार से ज्यादा मरीजों की वजह से गुजरात दूसरा सबसे प्रभावित राज्य है। जबकि तीसरे नंबर पर तामिलनाडु है। यहां मरीजों की संख्या 8 हजार के पार चली गई है।

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सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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