Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोना के मरीजों पर काम कर गई ये दवा, 1063 लोगों पर ट्रायल रहा सफल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैलकर तेजी से लोगों की जान ले रहा है। इस वायरस ने दुनियाभर के लगभग 2 लाख 38  हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। कोरोना का सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर पड़ा है यहां 11 लाख से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

वहीं मरनेवालों की संख्या 65 हजार के पार चली गई है। इस बीच एक दवा के प्रयोग से अमेरिका में एक बार फिर आशा की किरण नजर आने लगी है। इबोला के इलाज के लिए बनी एक दवा कोरोना के मरीजों पर अच्छा असर कर रही है। ट्रायल के रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में कोरोना के मरीज इस दवा से 31 फीसदी तेजी से ठीक हो रहे हैं।

अब अमेरिका के वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस दवा की सफलता से कोरोना को हराने के लिए हमें नई उम्मीद मिल गई है. यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी ने भी इस दवा की तारीफ की है।

इस दवा का नाम है रेमडेसिविर। इस दवा की बदौलत कोरोना मरीज 31 फीसदी ज्यादा तेजी से ठीक हो रहे हैं. डॉ. एंथनी फॉसी ने कहा कि यह वाकई में जादुई दवा है। इसकी वजह से मरीजों का जल्दी ठीक होना मतलब हम इस दवा को उपयोग ज्यादा से ज्यादा कर सकते हैं। डॉ. फॉसी ने यह बात व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के सामने मीडिया से कही।

आपको बता दें कि अमेरिका में कुछ दिन पहले इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हुआ था। ट्रायल के बाद जारी आंकड़ों में यह देखा गया कि दवा का मरीजों पर सकारात्मक असर पड़ा है।

डॉ. एंथनी फॉसी ने कहा कि रेमडेसिविर दवा का अमेरिका, यूरोप और एशिया के 68 स्‍थानों पर 1063 लोगों पर ट्रायल किया गया है। जिसमें यह जानकारी मिली है कि यह दवा ज्यादा जल्दी कोरोना मरीजों को ठीक कर सकती है। ज्यादा तेजी से वायरस को रोक सकती है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

Continue Reading

Trending