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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोनाः शख्स को आखिरी बार देखने अस्पताल पहुंची पत्नी, और फिर हुआ चमत्कार!

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है। इस वायरस ने अब तक 2 लाख 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। कोविड 19 नाम के इस कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा अमेरिका में तबाही मचाई है।

अमेरिका में इस वायरस से अब तक 54 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। यह वायरस हर दिय यहां हजारों लोगों की जान ले रहा है। लेकिन इस बीच अमेरिका से ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।

यहां एक शख्स कोरोना के संक्रमण की वजह से गंभीर रूप से बीमार हो गया था। डॉक्टरों ने उसे लगातार 32 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा लेकिन दिन-ब-दिन उसकी हालत बिगड़ती चली जा रही थी।

उम्मीद छोड़ चुके डॉक्टरों ने उसकी पत्नी को फोन कर उससे आखिरी बार मिलने के लिए बुलाया लेकिन यह मुलाकात उस शख्स के लिए संजीवनी साबित हुई। मामला अमेरिका के मैसाचुएट्स का है। यहां 49 साल के जिम पोलो कोरोना से बुरी तरह बीमार हो गए।

डॉक्टरों ने पत्नी किम बेलो को भी बता दिया था कि उनके बचने की संभावना कम है और मौत की आशंका अधिक। बेलो का इलाज मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल चल रहा था।

मार्च के शुरुआत में उन्हें तेज फीवर हो गया था। उन्हें 32 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया. इस दौरान 9 दिन तक उन्हें आर्टिफिशियल हार्ट-लंग मशीन के सहारे जीवित रखा गया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. एम्मी रुबिन ने किम बेलो से कहा था- ‘बचने की कुछ संभावना है। लेकिन अगर आप ईमानदारी से जवाब चाहते हैं तो ज्यादा आशंका है कि वह ना बचे।’

जिम बेलो के फेफड़े ने काम करना लगभग बंद कर दिया था। डॉक्टर ने उनके फेफड़ों का एक्सरे देखकर कहा था कि उन्होंने अब तक जितने एक्सरे देखे हैं, यह सबसे खराब है।

इसके बाद किम की हालत बिगड़ते चली गई तो डॉक्टर ने उनकी पत्नी किम बेलो को मिलने के लिए बुलाया। यह दूसरा मौका था जब वह बीमार पति से मिल रही थीं।

पत्नी किम बेली ने बताया कि मुलाकात के दौरान उन्हें लगा कि अगर वे पति से घंटों बातें करेंगी तो उनकी तबीयत बेहतर हो सकती है। पत्नी इस दौरान उन्हें बताती रहीं कि उन्हें जिम बेलो की कितनी जरूरत है। उन्हें लड़ना होगा। वे उन्हें छोड़कर नहीं जा सकते। डॉक्टरों ने पत्नी को मुलाकात के लिए सिर्फ 15 मिनट का वक्त दिया था, लेकिन बाद में तीन घंटे तक डॉक्टरों ने उन्हें मिलने दिया।

पत्नी से मुलाकात के सिर्फ तीन दिन बाद उनकी सेहत में सुधार देखने को मिलने लगा। इसके बाद जिम बेलो की हालत लगातार बेहतर होने लगी। 14 अप्रैल को उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया। वे खुद सांस लेने लगे थे। अब वे अपने घर भी लौट आए हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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