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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोनाः बहुत चालाक निकला वायरस, महिला के इस अंग में 3 हफ्तों तक था छुपा!

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प्रतीकात्मक फोटो

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने चीन से निकलकर पूरी दुनिया में तबाही मचा दी है। इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 2 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 28 लाख के पार पहुंच चुकी है।

फिलहाल कोरोना की कोई दवा इजाद नहीं की जा सकी है। यही कारण है कि अब लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और सर्तकता बरतने के लिए कहा जा रहा है। इस बीच कोरोना को लेकर हो रहे शोध में एक हैरान कर देने वाली बात सामने आई है।

ताजा शोध के मुताबिक संक्रमण और पहली बार लक्षण दिखने के 21 दिन बाद तक कोरोना वायरस आंखों में छुपा रह सकता है। इटली के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इन्फेक्शियस डिसीज के वैज्ञानिकों का कहना है कि आंखों का लाल होना भी कोरोना का लक्षण हो सकता है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, चीन के वुहान से लौटने के पांच दिन बाद इटली की एक 65 वर्षीय महिला  में दिखे लक्षणों से सब हैरान रह गए। एक दिन में ही उसकी हालत इतनी खराब हो गई कि अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। वैज्ञानिकों ने पाया कि संक्रमण की वजह से महिला की आंखें लाल थीं। कुछ दिन बाद बुखार हुआ और आंखें और अधिक लाल हो गईं।

डॉक्टरों ने इस केस को गंभीरता से लिया और आंखों से फ्ल्यूड निकालकर उसकी रोज जांच करते रहे। इस दौरान पता चला कि वायरस महिला की आंखों में छिपा था।

डॉक्टरों के अनुसार वायरस महिला की आंखों में 21 दिन तक रहा। खास बात ये रही कि नाक के स्वैब में वायरस नहीं था लेकिन आंखों के फ्ल्यूड में पांच दिन बाद भी वायरस मिला था।

शोधकर्ता ने आंखों के डॉक्टरों को सावधानी बरतने की अफील की है क्योंकि आंखों की सतह वायरस का घर होने के साथ फैलाव का कारण बन सकती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में पढ़ाई कर रहे दो भारतीय छात्रों की सड़क हादसे में मौत, कॉलेज से घर लौटते समय हुआ हादसा

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न्यूयार्क। अमेरिका में पढाई कर रहे तेलंगाना के दो छात्रों की सड़क हादसे में मौत हो गई है। दोनों छात्रों निवेश मुक्का और गौतम कुमार पारसी की शनिवार रात एरिजोना के पियोरिया में उस समय जान चली गई, जब उनकी कार दूसरी कार से जा टकराई। दोनों की उम्र 19 वर्षीय थी।

रिपोर्ट के अनुसार, निवेश करीमनगर जिले के हुजूराबाद शहर का रहने वाला था, वहीं गौतम कुमार जनगांव जिले के स्टेशन घनपुर का रहने वाला था। दोनों एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर रहे थे।

दोनों अपने दोस्तों के साथ विश्वविद्यालय से घर लौट रहे थे, तभी सामने से आ रही कार ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। निवेश और गौतम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हो गए। निवेश डॉक्टर दंपत्ति नवीन और स्वाति का बेटा था। दोनों छात्रों के परिवारों ने भारत सरकार से शवों को वापस लाने में मदद की अपील की है।

 

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