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प्रादेशिक

जम्मू एवं कश्मीर में मौसम साफ रहेगा

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श्रीनगर,जम्मू-कश्मीर,श्रीनगर,सेल्सियस

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श्रीनगर | जम्मू एवं कश्मीर में सोमवार सुबह मौसम साफ रहा और धूप खिली रही। इस दौरान श्रीनगर का न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आगामी दो-तीन दिनों तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “राज्य में मौसम शुष्क बना रहेगा। आने वाले दो या तीन दिनों में मौसम में कोई खास बदलाव आने की संभावना नहीं है।”

उन्होंने बताया कि सोमवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने बताया, “सोमवार को पहलगाम का न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्यिस और गुलमर्ग का 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।” लद्दाख क्षेत्र के कारगिल तथा लेह में ठंड बना हुआ है, जहां तापमान हिमांक के आसपास रहा। जम्मू शहर का न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इस बीच सोमवार को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग एकतरफा यातायात के लिए खुला रहा। एक अधिकारी ने बताया, “यातायात जम्मू से श्रीनगर की ओर होगा। दूसरी ओर से कोई वाहन आने की अनुमति नहीं होगी।”

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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