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आध्यात्म

मंगलवार 24 मार्च को इन दो राशिवालों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी

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तुला –

व्यापार में आपको उत्तम सफलता मिलने के योग बन रहे हैं, आप अपने किसी करीबी मित्र से मुलाकात कर सकते हैं, आपके अच्छे व्यवहार से लोग काफी खुश रहेंगे, भाग्य आपके पक्ष में रहेगा, आपको अपनी मेहनत का नतीजा मिल सकता है, आपका गुस्सा आपके बने बनाए कार्य को बिगाड़ सकता है, इसलिए अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें।

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मीन –

नौकरी के क्षेत्र में आपकी योजनाएं सफल होंगी, आपको धन लाभ के अतिरिक्त सोर्स मिलेंगे, व्यापार में अच्छा खासा मुनाफा होगा, नौकरी करने वाले लोगों को उच्च अधिकारियों की तरफ से अच्छे समाचार मिलने के योग बन रहे हैं, लव पार्टनर की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता हैं, नए प्रेमी प्रेमिका के संबंध बेहतर होंगे।

आध्यात्म

आज पूरा देश मना रहा रामनवमी, जानिए इसके पीछे की पूरी पौराणिक कहानी

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नई दिल्ली। आज पूरे देश में रामनवमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। जो विष्णु का सातवां अवतार थे। रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कहानी।

पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान राम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी, जिससे कि उन्हें युद्ध के समय विजय मिली थी। साथ ही माना जाता है इस दिन गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना का आरंभ किया। राम नवमी का व्रत जो भी करता है वह व्यक्ति पापों से मुक्त होता है और साथ ही उसे शुभ फल प्रदान होता है

रामनवमी का इतिहास-

महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियां थी। कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी। शादी को काफी समय बीत जाने के बाद भी राजा दशरथ के घर किसी बालक की किलकारी नहीं गूंजी थी। इसके उपचार के लिए ऋषि वशिष्ट ने राजा दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए कमेश्टी यज्ञ कराने के लिए कहा। जिसे सुनकर दशरथ खुश हो गए और उन्होंने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ करने की विन्नती की। महर्षि ने दशरथ की विन्नती स्वीकार कर ली। यज्ञ के दौरान महर्षि ने तीनों रानियों को प्रसाद के रूप में खाने के लिए खीर दी। इसके कुछ दिनों बाद ही तीनों रानियां गर्भवती हो गईं।

नौ माह बाद चैत्र मास में राजा दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने दो जुड़वा बच्चे लक्ष्मण और शत्रुघन को जन्म दिया। भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में धरती पर जन्म इसलिए लिया ताकि वे दुष्ट प्राणियों का नरसंहार कर सके।

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