Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इन बर्तनों में चाह कर भी नहीं धुस पाता कोरोना, तड़पकर हो जाती है वायरस की मौत!

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दुनिया के 148 देशों को अपनी चपेट में ले चुका कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से फैल रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है।

कोरोना वायरस फैलने के बाद से लोग अपने आसपास की हर चीज को छूने से पहले दस बार सोच रहे हैं कि कहीं उसमें कोरोना वायरस न हो। क्योंकि यह बात तो पहले ही प्रमाणित हो चुकी है कोरोना वायरस निर्जीव वस्तुओं पर भी 9 दिन तक जिंदा रह सकता है। ऐसे में किस वस्तु को छुएं या नहीं, यह जान पाना बेहद मुश्किल है।

लेकिन दावा किया जा रहा है कि तांबे की वस्तुओं को आप छू सकते हैं क्योंकि तांबे की धातु से बने बर्तनों और सामानों में कोरोना वायरस मर जाता है।

ये है सच्चाई…

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि तांबा यानी कॉपर इकलौता धातु है जो किसी भी बैक्टीरिया को संपर्क में आते ही मिनटो में मार देता है। आयुर्वेद में भी यह बात प्रमाणित है कि तांबे में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

2015 में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्पटन ने एक शोध कर कहा था कि तांबा रेस्पिरेटरी वायरस (फेफड़ों को संक्रमित करने वाले वायरस) से बचा सकता है। रेस्पिटेरी वायरस जैसे – सार्स (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) और मर्स (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम)।

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्पटन के शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि जीव-जंतुओं से इंसानों में आने वाले कोरोना वायरस 229E को भी तांबा मार सकता है। बता दें कि हम यहां दुनियाभर में फैले कोविड-19 कोरोना वायरस की बात नहीं कर रहे है। यह वायरस बाकी वस्तुओं की सतह पर कई दिनों तक जी सकता है लेकिन तांबे की सतह पर यह तुरंत मर जाता है।

लेकिन इस समय फैले कोविड 19 कोरोना वायरस तांबे के संपर्क में आते ही मरता है या नहीं फिलहाल इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन वैज्ञानिक इस पर अभी शोध कर रहे हैं।

अमेरिकन सोसाइटी ऑफ माइक्रोबायलॉजी में प्रकाशित एक लेख के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड की शोधकर्ता रीटा आर. कॉरवेल ने कोरोना वायरस (कोविड-19 नहीं) का विभिन्न सतहों पर अध्ययन किया है। इन्होंने अपने अध्ययन में पाया कि पुराने कोरोना वायरस तांबे की सतह पर आते ही मर जाते हैं या फिर निष्क्रिय हो जाते हैं। कुछ लोग तो नहाने के लिए तांबे का बाथ टब उपयोग करते हैं।

रीटा आर. कॉरवेल ने बताया कि तांबे की सतह के संपर्क में आते ही पुराने कोरोना वायरस का जीनोम नष्ट हो जाता है। इसके अलावा वायरस के बाहरी हिस्से में निकले कांटे जैसे ढांचे टूटने लगते हैं। उसकी बाहरी लेयर नष्ट हो जाती है। अब देखना ये है कि क्या कोविड-19 कोरोना वायरस को तांबा मार सकता है?

अन्तर्राष्ट्रीय

इजरायल ने लेबनान पर किया हवाई हमला, दो हिजबुल्लाह लड़ाके ढेर, तीन नागरिक घायल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के कई गांवों पर हवाई हमले किए हैं, जिसमें दो हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए और तीन नागरिक जख्मी हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसराइल की फौज ने दो मिसाइलों से बॉर्डर इलाके के ऐता अल-शाब गांव में एक घर को नष्ट कर दिया। हमले में हिजबुल्लाह का एक लड़ाका मारा गया, जबकि दो नागरिक जख्मी हो गए हैं।

एक दूसरे इसराइली युद्धक विमान ने दक्षिणपूर्वी लेबनान के ब्लिडा गांव में एक दो मंजिला घर को निशाना बनाया। इस हमले में हिजबुल्लाह का एक दूसरे सदस्य मारा गया और एक नागरिक जख्मी हो गया।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इजरायली विमानों और ड्रोनों ने सीमा क्षेत्र के पूर्वी तथा मध्य हिस्सों में पांच कस्बों और गांवों पर सिलसिलेवार हवाई हमले किए, जिससे 17 घरों को नुकसान पहुंचा। इस बीच, हिजबुल्लाह ने पुष्टि की कि उसने कई इजरायली स्थलों पर हमला किया है।

Continue Reading

Trending