प्रादेशिक
कांग्रेस का ये बड़ा नेता बना ‘यूट्यूबर’, इस तरह के बनाएंगे वीडियो!
नई दिल्ली। पंजाब में जहां कांग्रेस सरकार अपने तीन साल पूरे करने जा रही है, वहीं क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने विचार लोगों से साझा करने के लिए शनिवार को यूट्यूब चैनल लॉन्च कर दिया है। सिद्द्धू ने पिछले साल जुलाई में राज्य मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दिया था।
अपने यूट्यूब चैनल पर पहले वीडियो में सिद्द्धू ने 27 फरवरी को नई दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से हुई मुलाकात के बारे में बताया। इस मुलाकात में उन्होंने पार्टी प्रमुख को पंजाब की राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया था। वीडियो में सिद्दू ने कहा कि वो लोगों से सरल तरीके से संवाद करेंगे।
‘जीतेगा पंजाब’ या ‘पंजाब विल विन’ नाम का यह चैनल अपने जैसे विचारों वाले लोगों को उनका मत साझा करने का आमंत्रण भी देता है। सिद्दू के कार्यालय ने इस बारे में कहा, “यह पंजाब को पुनरुद्धार और नवजागरण के लिए प्रेरित करने वाला एक मंच है। 9 महीने के चिंतन और आत्मावलोकन के बाद पूर्व मंत्री और 4 बार संसद के सदस्य और अमृतसर पूर्व के विधायक रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर बात करेंगे। साथ ही पंजाब के पुनरुत्थान के लिए ठोस रोडमैप बनाने की कोशिश करेंगे।”
सिद्धू ने कहा कि यह चैनल बाबा नानक द्वारा दिखाए गए वैश्विक भाईचारे, सहिष्णुता, प्रेम और शांति से प्रेरित है। बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के साथ पोर्टफोलियों के आवंटन पर मतभेदों के चलते सिद्धू ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
उत्तर प्रदेश
जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।
अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,अस्पताल ले जाते समय ,अस्पताल में इलाज के दौरान ,झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,झूठी आत्महत्या दिखाकर ,किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी की टिप्पणी से भारत नाराज, कहा- ये हमारा आंतरिक मामला
-
नेशनल1 day ago
शिवसेना-शिंदे गुट के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी, मोदी-शाह समेत कई बड़े नाम शामिल
-
नेशनल1 day ago
सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज
-
नेशनल2 days ago
बीजेपी ने तीन राज्यों के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट की जारी, PM मोदी, शाह और योगी के नाम शामिल
-
नेशनल1 day ago
ईडी ने सुनीता केजरीवाल के रिश्तेदार के घर पर मारा छापा, जानें क्या है मामला
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की
-
नेशनल2 days ago
ईडी की कस्टडी में केजरीवाल की तबीयत बिगड़ी, शुगल लेवल 46 तक गिरा