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अन्तर्राष्ट्रीय

दर्दनाक : वो लोग 06 महीनों तक मेरे बेहोश होने तक रोज़ करते थे रेप – पीड़िता

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नादिया को आईएसआईएस के आतंकवादियों ने शारीरिक प्रताड़ना दी। नादिया उत्तरी इराक के सिंजर पहाड़ियों में के एक याजीदी गांव में पैदा हुई लड़की है। वो जब 21 साल की थी, तब एक चरमपंथी समूह ने उनके गांव पर हमला कर दिया था।

नोबेल समिति की अध्यक्ष बेरिट रीस एंडरसन ने नामों की घोषणा करते हुए कहा था कि मुराद को यौन हिंसा को युद्ध हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने पर रोक लगाने के उसके कामों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए संयुक्त रूप से चुना गया है।

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इसके साथ ही गांव की अन्य लड़कियों की तरह नादिया को भी सेक्स स्लेव बना दिया गया। नादिया को करीब छ महीनों तक आईएसआईएस के लड़ाकों के बीच काफी मुश्किलों से रही। उनके चंगुल से छुटने के बाद नादिया ने अपने साथ हुए अपराध को अपनी ताकत बनाया और वो याजीदी लोगों के लिए कार्यकर्ता के रूप में सामने आई और इन अपराधों से बड़ी लड़ाई लड़ी।

नादिया ने अपनी पुस्तक ‘द लास्ट गर्ल : माई स्टोरी ऑफ कैप्टिविटी एंड माई फाइट अगेंस्ट द इस्लामिक स्टेट’ में बताया है कि आईएस के आतंकवादी मुराद से सेक्स स्लेव का काम लेते थे, बेहोश होने तक ISIS के आतंकी उससे रेप करते थे। आईएस के लड़ाके उससे अपनी हवस की भूख शांत करते थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

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नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

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