नेशनल
भारत पहुंचा कोरोना वायरस, दो संदिग्धों की हुई पहचान
नई दिल्ली। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। मुंबई में इस वायरस की चपेट में आए दो संदिग्धों की पहचान की गई है। दोनों संदिग्धों को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
फिलहाल, उनका परीक्षण कराया जा रहा है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस इस समय चीन में बहुत तेजी से फैला है। इस वायरस से चीन में अबतक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 830 लोग संक्रमित हैं।
वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए वुहान समेत 9 शहरों को बंद कर दिया गया है। वुहान में 700 से अधिक भारतीय स्टूडेंट पढ़ाई करते हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों शख्स चीन लौटे हैं जिनमें इस वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं।
कस्तूरबा अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक दोनों मरीजों का हल्के सर्दी-जुकाम के लक्षण हैं। फिलहाल अस्पताल में भर्ती मरीजों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
दरअसल चीन में कोरोना वायरस फेलने से लोगों में दहशत का माहैल है। इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और कई लोगों की मौत हो चुकी है।
यहीं नहीं कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एहतियात बरतते हुए बीएमसी ने चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल को खास निर्देश दिए हैं। चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अलग वार्ड गया है ताकि उनकों बाकी मरीजों के संपर्क से दूर रखा जा सके और हर संभव इलाज किया जा सके।
नेशनल
सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।
केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।
याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।
-
लाइफ स्टाइल1 day ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
मनोरंजन2 days ago
सुप्रिया श्रीनेत पर कंगना का पलटवार, कहा- हर महिला गरिमा की हकदार है
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
योगी सरकार के कार्यकाल के 7 साल पूरे, सीएम ने जनता का जताया आभार
-
नेशनल2 days ago
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए छठी लिस्ट की जारी, राजस्थान से 4, तमिलनाडु की 1 सीट शामिल
-
नेशनल2 days ago
तबीयत खराब होने के बाद मुख्तार अंसारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती, हालत स्थिर
-
अन्तर्राष्ट्रीय1 day ago
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी की टिप्पणी से भारत नाराज, कहा- ये हमारा आंतरिक मामला
-
नेशनल2 days ago
कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नौसेना एयर स्टेशन पर आतंकी हमला, 4 हेलीकाप्टर, 3 ड्रोन तबाह