नई दिल्ली। अमेरिकी सरकार ने अपने नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के कारण भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा करने के खिलाफ चेतावनी दी है।
अमेरिकी दूतावास द्वारा शुक्रवार को यहां जारी एक एडवाइजरी में कहा गया है कि अमेरिकी नागरिकों को ‘नागरिकता (संशोधन) कानून’ बनाए जाने के कारण मीडिया में आ रही विरोध और हिंसा की खबरों के मद्देनजर सावधानी बरतनी चाहिए।अमेरिका ने कहा कि उन्होंने असम की आधिकारिक यात्रा को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया है।
एडवाइजरी में कहा गया, “इंटरनेट और मोबाइल संचार बाधित हो सकता है। इस क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में परिवहन प्रभावित हो सकता है। देश के अन्य हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन होने की खबरें हैं।”
अमेरिकी नागरिकों को आसपास के माहौल के बारे में जागरूक रहने, अपडेट के लिए स्थानीय मीडिया की खबरों पर नजर रखने, व्यक्तिगत सुरक्षा योजनाओं की समीक्षा करने और अपनी सुरक्षा के संबंध में दोस्तों और परिवार को सूचित करने के लिए कहा है।
अब कानून बन चुके सीएबी के खिलाफ हजारों प्रदर्शनकारी बुधवार से पूर्वोत्तर की सड़कों पर हैं, प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़पें हो रही हैं और इस क्षेत्र में अराजकता का माहौल है।
केंद्र सरकार ने इन क्षेत्रों में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है और सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रही है।
नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।
इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।
उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।
डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।