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उन्नाव गैंगरेप: पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर पुलिस भी उलझन में

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में जलाकर मार दी गई पीड़िता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। पीड़िता ने मौत से पहले मजिस्ट्रेट को जो बयान दिया था उसमें उसने लाठी से मारने और चाकू पर गले से वार करने की बात कही थी जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जलना बताया गया है। उसके शरीर पर चोट के किसी तरह के निशान नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो पीड़िता के बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दोनों ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है। मामले की जांच कर रही पुलिस के समक्ष एक अन्य युवक भी निकल कर सामने आ रहा है।

दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में पीड़िता की मौत होने पर पोस्टमार्टम करवाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहले सफदरगंज थाने और उसके बाद दिल्ली एसपी के पास भेजी गई है। मामले की जांच पड़ताल में देरी न होने पाए इसके लिए एसपी ने विशेष वाहक को रिपोर्ट लाने के लिए दिल्ली भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद अन्य साक्ष्यों पर मामले की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर से जांच पड़ताल की जाएगी। उसके बाद ही मामले की निष्पक्ष जांच हो सकेगी।

एसपी से गठित टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। सर्विलांस की मदद से 5 दिसंबर की सुबह घटनास्थल पर मौजूद मोबाइल फोन की पड़ताल की है। अलसुबह क्षेत्रों के जिन मोबाइल नंबरों पर बातचीत की गई है, पुलिस ने उनकी कॉल डिटेल खंगाल ली है। उसमें एक अन्य युवक ने आरोपित से कई बार बातचीत की है। उसी आधार पर पुलिस युवक को बार-बार पूछताछ के लिए हिरासत में ले रही है।

नेशनल

मनीष सिसोदिया को राहत नहीं, कोर्ट ने न्यायिक हिरासत 6 अप्रैल तक के लिए बढ़ाई

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नई दिल्ली। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आप नेता मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत को 6 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके साथ ही अब यह दूसरी होली होगी जो सिसोदिया की जेल में मनेगी।

उधर, कोर्ट ने AAP सांसद संजय सिंह को आज पेशी से छूट दी है क्योंकि उन्हें राज्यसभा की शपथ लेनी है। ईडी ने अर्जी दाखिल कर कहा कि आरोपियों ने करीब 95 अर्जी दाखिल की हैं, जिससे मामले के ट्रायल में देरी हो रही है। आरोपियों के वकील की तरफ से ED की याचिका का विरोध किया गया और कहा कि ज्यादातर अर्जी मौखिक रूप से की गई थीं।

आरोपियों के वकील ने कहा कि कोर्ट आदेश की कंप्लायंस के लिए ED ने एक साल का समय ले लिया और अब ED कह रही है कि आरोपियों की तरफ से मामले के ट्रायल में देरी की जा रही है।

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