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प्रादेशिक

भैंसो की चोरी रोकने के लिए राजस्थान पुलिस ने निकाला अनोखा तरीका, जानकर रह जाएंगे हैरान

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नई दिल्ली। राजस्थान पुलिस ने भैंसों की चोरी पर लगाम लगाने के लिए एक ऐसा तरीका निकाला है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, राजस्थान पुलिस ने लगातार हो रही भैंसों की चोरी पर रोक लगाने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है।

पुलिस की ओर से बनाए गए इस ग्रुप का नाम है “ऑपरेशन भैंस चोरी” रखा गया है। हैरानी की बात यह है कि इस ग्रुप का प्रोफाइल पिक्चर भी एक भैंस की लगाई गई है। इस ग्रुप में राजस्थान कई गांववासियों को जोड़ा गया है। इसके साथ इस ग्रुप में उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो इस चोरी से पीड़ित है।

आपको बता दें कि राजस्थान में इस साल भैंसों की चोरी के आंकड़े चौंका देने वाले हैं। अब तक प्रदेश में 132 भैंस चोरी की मामले सामने आए हैं। इन मामलों में सबसे उपर जयपुर है जहां 64 भैंसों की चोरी हुई है। इस क्रम में दूसरे नंबर पर अलवर का नाम आता है। अलवर में अब तक 38 मामले सामने आए हैं।

उत्तर प्रदेश

जौनपुर की चुनावी जंग हुई रोचक, बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को बनाया उम्मीदवार

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लखनऊ। बसपा ने उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि दूसरी ओर सपा ने एक वक्त में मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा को यहां से टिकट दिया है। वहीं बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है।

मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक पहले बाहुबली धनंजय सिंह के सपा से चुनाव लड़ने की अफवाहों से सियासी गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई थी। इसके बाद उन्हें सजा हो गई और उनका लोकसभा चुनाव लड़ना टल गया। इन सबके बीच सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को इस सीट से मैदान में उतार दिया। इसके बाद बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी को टिकट देकर यहां मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। उन्होंने बीएसपी के ऐलान के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘जय भीम जय जौनपुर’। उनके इस पोस्ट से सियासी हलचल बढ़ गई है।सूत्रों की मानें तो अब जौनपुरी सीट पर सियासी जंग काफी रोचक हो गई है।

इससे पहले उन्होंने धनंजय सिंह के जेल जाने के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट कर लिखा था, ‘आप सभी से एक अपील।हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं लेकिन फैसला न्यायपालिका ने दिया है जिसका हमें सम्मान करना‌ चाहिए व साथ ही साथ अपने नेता श्री धनंजय जी का अनुसरण करते हुए किसी भी नेता अथवा दल के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपके नेता के व्यक्तित्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने आगे कहा था, ‘कभी किसी भी दल अथवा नेता के लिए ग़लत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, कृपया आप भी संयम बनाएं, धैर्य से काम लें।आपके नेता को आपके सहानुभूति की जरूरत है। उम्मीद करती हूं कि आप मेरी बातों पर अमल करेंगे।बता दें कि जौनपुर सीट पर छठवें चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे।

 

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