प्रादेशिक
वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में लगी भीषण आग, मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियां
अहमदाबाद। गुजरात के वडोदरा के एसएसजी हॉस्पिटल में मंगलवार को भीषण आग लग गई। जानकारी के मुताबिक आग अस्पताल के बाल चिकित्सा विभाग में लगी है।
आग की सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई और बचाव व राहत कार्य शुरु कर दिया। फिलहाल इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है।
आग किन कारणों से लगी अभी इसका पता नहीं चल सका है। आग की खबर मिलते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी के माहौल में अस्पताल प्रशासन ने किसी तरह बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
अस्पताल प्रशासन ने तुरंत दमकल विभाग को इसकी जानकारी दी जिसके बाद मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियां अभी भी आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी हैं।
उत्तर प्रदेश
रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’
अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।
वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।
भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।
इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।
-
मुख्य समाचार2 days ago
गर्मियों में बिना नींबू के बनाएं ये 5 रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स, होती हैं बेहद टेस्टी
-
आध्यात्म2 days ago
आज होगी मां दुर्गा के अष्टम रूवरूप महागौरी की पूजा-अर्चना, इन बातों का रखें ख्याल, मिलेगी विशेष कृपा
-
आध्यात्म3 days ago
नवरात्रि के सातवें दिन होती है मां कालरात्रि की पूजा, जानिए मां कैसे होंगी प्रसन्न
-
नेशनल2 days ago
कन्हैया को प्रत्याशी बनाए जाने पर मनोज तिवारी ने उठाए ‘आप’ और कांग्रेस पर सवाल, कही ये बात
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
यूपी में मां-बेटियों से छेड़छाड़ करने वालों को उल्टा लटका दिया जाता है, औरंगाबाद की जनसभा में बोले सीएम योगी
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का जल्द सुनवाई से इंकार
-
नेशनल2 days ago
भगवंत मान ने तिहाड़ में अरविंद केजरीवाल से की मुलाकात, कहा- उनके साथ आतंकियों जैसा व्यवहार हो रहा