Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह का निधन, कैंसर से थे पीड़ित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह का मंगलवार को लखनऊ में निधन हो गया। वो लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट में (पीजीआई) में उन्होंने अंतिम सांस ली।

जानकारी के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव रायबरेली के लालूपुर लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। अखिलेश सिंह रायबरेली सीट से पांच बार विधायक चुने गए।

उन्होंने अपने सियासी सफर की शुरुआत कांग्रेस से की थी। हालांकि राकेश पांडेय हत्याकांड के बाद उन्हें कांग्रेस से बाहर निकाल दिया गया था। इसके बावजूद वह कई बार निर्दलीय विधायक चुने गए।

जानकारी के अनुसार वो नियमित जांच के लिए वह लखनऊ के पीजीआई आए थे जहां तबियत बिगने पर उन्हें एडमिट होना पड़ा।

आपको बता दें कि रायबरेली की मौजूदा विधायक अदिति सिंह अखिलेश सिंह के बेटी हैं। आदिति ने साल 2017 में मोदी लहर होने के बावजूद रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीता था।

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

Published

on

Loading

हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

Continue Reading

Trending