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West Bengal Election Result Live: बंगाल में चला मोदी का जादू, बनाई ऐतिहासिक बढ़त

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 चुनाव की काउंटिंग सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। 17वीं लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की लड़ाई बेहद दिलचस्प नजर आ रही है।

ताजा रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पहली बार तृणमूल कांग्रेस को टक्कर देती नजर आ रही है। इस बार के रुझानों में बीजेपी को 16 सीट मिलती दिख रही है। आपको बता दें कि साल 2014 में मोदी लहर होने के बावजूद बीजेपी इस राज्य में ममता बनर्जी का किला भेद नहीं सकी थी।

पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल से सिर्फ 2 सीट ही मिल सकी थी जबकि तृणमूल कांग्रेस शानदार प्रदर्शन करते हुए 32 सीटें हासिल करने में कामयाब हुई थी।

पिछली बार के मुकाबले ममता बनर्जी इस बार 6 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है जबकि रुझानों में कांग्रेस का इस राज्य में खाता खुलता नहीं दिख रहा है।

गौरतलब है कि चुनावी रुझानों से पहले आए एग्जिट पोल में बीजेपी को बंगाल में 15 सीटों के मिलने का अनुमान लगाया गया था। रूझानों के मुताबिक बीजेपी अब तक एग्जिट पोल के मुताबिक बढ़त बनाए हुए है।

11.40 AM तक के पश्चिम बंगाल रिजल्ट Live Update:

बीजेपी-16

तृणमूल कांग्रेस-25

कांग्रेस-1

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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