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दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को बीजेपी ने टिकट देने से किया इंकार, वजह बताई ये

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कानपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुरली मनोहर जोशी कानपुर से भाजपा के सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें उनकी उम्र को देखते हुए लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा था जो उन्होंने मान लिया है। इस बाबत उन्होंने कानपुरवासियों को एक पत्र भी लिखा है।

जोशी ने कहा, “प्रिय कानपुर वासियों, भाजपा के महासचिव रामलाल ने मुझे आज अवगत कराया है कि मुझे कानपुर से या कहीं अन्य से आगामी संसदीय चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।” जोशी दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवाणी समेत भाजपा के संस्थापक सदस्यों में एक हैं। भाजपा ने आडवाणी को भी टिकट देने से इनकार कर दिया है और उनकी गांधीनगर लोकसभा सीट से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को मैदान में उतारा है।

आडवाणी 1991 से गांधीनगर सीट का छह बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वाजपेयी ने भी 1996 में गांधीनगर सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
जोशी (85) ने अपनी वाराणसी सीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए छोड़ दी थी। उन्होंने 2014 में कानपुर सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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