Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

न्यूजीलैंड की मस्जिद में हुई फायरिंग के बाद पुलिस ने दिया चौंकाने वाला बयान, मुस्लिमों से कहा-आज रात…!

Published

on

Loading

नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मस्जिदों में लगभग 50 राउंड फारयिंग हुई जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की मारे जाने की आशंका है।

हालांकि अभी तक मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो बंदूकधारियों में दोनों मस्जिद में घुसकर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी।

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है। क्योंकि शहर में हमलावर अब भी सक्रिय हैं। घटना को तब अंजाम दिया गया जब  लोग नमाज पढ़ रहे थे।

न्यूजीलैंड के पुलिस अधिकारी माइक बुश ने शूटिंग को लेकर कहा, ‘एक महिला और तीन पुरुषों को हिरासत में लिया गया है। हम अभी भी इसके आसपास की परिस्थितियों को देख रहे हैं।

यह नहीं सोचना चाहिए कि खतरा टल गया है।’ पुलिस का कहना है कि उन्होंने गोलीबारी के बाद मस्जिद के बाहर मौजूद वाहनों पर लगे विस्फोटकों को डिफ्यूज कर दिया है।

पुलिस ने लोगों से कहा है कि वह आज रात को मस्जिद न जाएं। प्रधानमंत्री जेसिंडा का घटना को लेकर बयान आया है। उन्होंने कहा, ‘यह न्यूजीलैंड के एक काले दिनों में से एक है। यह एक कायरतापूर्ण हरकत है। पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है लेकिन मुझे उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।’

जिस समय यह घटना हुई उस समय बांग्लादेश की क्रिकेट टीम भी वहीं पर मौजूद थी। मस्जिद में सक्रिय बंदूकधारी की जानकारी मिलते ही सभी खिलाड़ी बाकी लोगों के साथ मस्जिद से सकुशल बाहर निकल आए।

सभी को पास के पार्क के साथ वाले रास्ते से वापस ओवल मैदान की तरफ लाया गया। इस घटना को लेकर खेल पत्रकार मोहम्मद इस्लाम ने ट्वीट किया है।

इस्लाम ने लिखा, ‘बांग्लादेश की टीम हेगले पार्क के पास एक मस्जिद से बाहर निकल गई जहां सक्रिय बंदूकधारी मौजूद थे। वह हेगले पार्क से ओवल की तरफ बाहर निकले।’ न्यूजीलैंड पुलिस का कहना है कि हमलावर अब भी सक्रिय हैं। इसी बीच क्राइस्टचर्च की दूसरी मस्जिद में भी फायरिंग शुरू हो गई है।

एक प्रत्यक्षदर्शी लेने पेनेहा ने कहा कि उसने एक शख्स को काले रंग के कपड़ों में मस्जिद अल नूर के अंदर प्रवेश करते हुए देखा था। इसके बाद उसने कई दर्जनों राउंड गोलियों की आवाज सुनी। डर के मारे कुछ लोग मस्जिद से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने पुलिस के आने से पहले बंदूकधारी को वहां से भागते हुए देखा। पेनेहा ने कहा कि वह मदद के लिए मस्जिद में गए जहां उन्होंने हर तरफ मृत लोगों को देखा।

न्यूजीलैंड की वेबसाइट स्टफ के अनुसार घटना में 9 लोगों की मौत हो गई है। स्कूल और इमारतों को बंद कर दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बंदूकधारियों के पास ऑटोमैटिक राइफल है। घटनास्थल पर भारी मात्रा में पुलिस मौजूद है।

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

Continue Reading

Trending