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नेशनल

BREAKING: जम्मू के बस अड्डे पर ग्रेनेड धमाका, 26 लोग हुए घायल, 2 की हालत गंभीर

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जम्मू-कश्मीर में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ।यहां बस के अंदर एक धमाका हुआ है। धमाके की खबर मिलते ही जम्मू-कश्मीर पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेर लिया। बता दें जिस जगह ये धमाका हुआ है वह भीड़भाड़ वाला इलाका है।

ऐसे में पुलिस तुरंत वहां पहुंच लोगों को वहां से हटा रही है। इस धमाके में 26 लोगों के घायल होने कि खबर सामने आई है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

धमाका सुबह करीब 11:30 बजे हुआ है, धमक काफी ज़ोरदार था। ये ब्लास्ट राज्य परिवहन की बस में हुआ है, जिस दौरान ये धमाका हुआ बस जम्मू के बस स्टेशन पर ही खड़ी हुई थी।

कुछ सवारियां उस दौरान बस में ही थे। इस घटना में 2 की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है |फिलहाल ज़ख़्मी लोगों को जम्मू के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

ब्लास्ट वाली जगह के पास एक बड़ी फल मंडी है, जिनसे पुलिसकर्मी पूछताछ कर रहे हैं और जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। धमाके के पास वाली जगह पर ही मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यहां पर ग्रेनेड से हमला हुआ है जिस बस में हमला हुआ था उसमें करीब 12-15 लोग बैठे हुए थे।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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