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गंभीर बीमारी के सवाल पर हंसे पीएम मोदी, हो रही जमकर आलोचना!
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर मजाकिया अंदाज में लोगों के सामने अपनी बात रखते हैं। पीएम मोदी के इस सेंस ऑफ ह्यूमर की बहुत तारीफ भी होती है, लेकिन रविवार को इसी मजाकिया अंदाज की वजह से कई लोग पीएम की जमकर आलोचना करने लगे। लोगों ने आरोप लगाए कि प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम में कथित तौर पर राहुल गांधी को डिस्लेक्सिया (मंदबुद्धि) के शिकार लोगों के साथ जोड़कर ऐसे लोगों की तौहीन की। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का वीडियो टि्वटर पर काफी शेयर किया गया है।
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी रविवार को एक कार्यक्रम में छात्रों से मुखातिब थे। इस कार्यक्रम में छात्र समाज में कुछ बदलाव लाने वाले आइडियाके बारे में पीएम मोदी को बता रहे थे। इस दौरान एक छात्रा ने प्रधानमंत्री के सामने मंदबुद्धि बच्चों की मदद के लिए कुछ विचार रखे। इसपर मोदी ने उस छात्रा से पूछा कि यह योजना क्या किसी 40-50 साल के बच्चे के भी काम आएगी। पीएम मोदी के इस मजाकिया बयान पर वहां मौजूद सभी स्टूडेंट्स हंसने लगे।
बच्चों ने एकसुर में बोला कि हां, ये योजना काम आएगी। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि तब तो बच्चे की मां काफी खुश होगी। हालांकि की प्रधानमंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका निशाना कथित तौर पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना था।
सोशल साइट्स पर प्रधानमंत्री के इस मजाक की काफी आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि उन्हें डिस्लेक्सिया के शिकार लोगों की ऐसे हंसी नहीं उड़ानी चाहिए। लोगों ने प्रधानमंत्री को ‘असंवेदनशील’ करार दिया है। कई लोगों ने ट्वीट कर लिखा कि प्रधानमंत्री से ऐसे मजाक की उम्मीद नहीं कर सकते।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दारमैया ने भी प्रधानमंत्री को घेरा और ट्वीट में लिखा, ‘ हमारे नरेंद्र मोदी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें डिस्लेक्सिक लोगों के नाम का इस्तेमाल करते हुए राजनीतिक बयानबाजी की गई. शर्म करो मोदी! आप इससे ज्यादा नीचे नहीं जा सकते. किसी भी नदी में डुबकी लगाने से आपकी असंवेदनशीलता दूर नहीं हो सकती. वे सीखने में धीमे हो सकते हैं लेकिन आपकी तरह हृदयहीन नहीं.’
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी प्रधानमंत्री की आलोचना की और ट्वीट कर लिखा कि ‘भारत में डिस्लेक्सिया के 15 प्रतिशत मामले सामने आते हैं. 2013 की एक रिपोर्ट के अनुसार, मान्यता प्राप्त स्कूलों में 228,994,454 डिस्लेक्सिक छात्र हैं. यह संदेश असंवेदनशील पीएम मोदी के लिए है जो राजनीति के नाम पर उनका मजाक उड़ाने से नहीं चूकते।’
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी की तरफ से राहुल-सोनिया पर निशाना साधा गया हो। इससे पहले भी बीजेपी के कई नेताओं द्वारा दोनों पर निशाना साधा जा चुका है।
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प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं
सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव के तहत सहारनपुर में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।
यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए। मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं। जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है। बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, ‘सत्ता’ के उपासक हैं। वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे। सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। भगवान श्रीराम ‘सत्ता’ के लिए नहीं, ‘सत्य’ के लिए लड़े। इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं। आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए।
उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में ‘राजीव लोचन’ कहती थीं। यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है। हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है।
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