Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

हिरासत से भागने की कोशिश में 5 आतंकियों की मुठभेड़ में मौत

Published

on

telangana-millitants-dead

Loading

हैदराबाद। तेलंगाना के वारंगल जिले में मंगलवार को हिरासत से भागने का प्रयास कर रहे आतंकवाद के पांच आरोपियों को पुलिस ने मार गिराया। हैदराबाद से लगभग 80 किलोमीटर दूर वारंगल और नलगोंडा जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में अलेर और जनगांव के बीच पुलिस वाहन में सवार एक आरोपी ने पुलिसकर्मी से हथियार छीनने का प्रयास किया, जिसके जवाब में पुलिसकर्मी ने गोली चला दी।

विकारुद्दीन अहमद और उसके चार साथी दो पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल थे। ये सभी मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे मारे गए। पुलिस ने वारंगल-हैदराबाद राजमार्ग पर घटनास्थल को चारों तरफ से घेर लिया है। इन आरोपियों को हैदराबाद में पुलिस पर सिलसिलेवार हमलों के बाद 2010 में गिरफ्तार किया गया था और इन्हें सुनवाई के लिए अदालत ले जाया जा रहा था।

पुलिस के मुताबिक, विकारुद्दीन के कई आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध थे और वह कई आतकंवादी घटनाओं में संलिप्त था। वह एक आतंकवादी संगठन तहरीक-गल्बा-ए-इस्लाम से संबद्ध था। इन आरोपियों को हैदराबाद की चेरलापल्ली कारागार में जेल अधिकारी पर हमला करने के बाद 2011 में वारंगल केंद्रीय कारागार स्थानांतरित किया गया था।

विकारुद्दीन वारंगल जेल में भी कर्मचारियों के साथ झगड़ा करता रहता था। विकारुद्दीन ने उसे और अन्य आरोपियों को अदालत लेकर जा रहे सुरक्षाकमिर्यो से भी झगड़ा किया था। यह घटना नलगोंडा जिले में शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद हुई है, जिसमें प्रतिबंधित संगठन, इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के दो गुर्गो को मार गिराया गया था। इसमें एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया था।

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

Published

on

Loading

हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

Continue Reading

Trending