प्रादेशिक
लड़की को प्रेमजाल में फंसाकर कई महीने तक शख्स ने बनाए संबंध, लेकिन जब प्रेमिका प्रेग्नेंट हो गई फिर…
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने लड़की को पहले प्रेम के जाल में फंसाया फिर उसके बाद कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
इस दौरान लड़की प्रेग्नेंट हो गई। जब यह बात प्रेमी को पता चली तो वह फरार हो गया। लड़की कई महीने तक बॉयफ्रेंड का इंतजार करती रही।
लड़की का इंतजार तब जाकर खत्म हुआ जब उसे पुलिस दूसरे राज्य से पकड़ कर ले आई। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दोनों की शादी थाने में ही करा दी।
मामला झांसी के 20 किलोमीटर दूर बबीना कस्बे का है जहां एक युवक-युवती को एक दूसरे से प्यार हो गया। दोनों के बीच इजहार हुआ।
इसके बाद दोनों के बीच संबंध भी बन गए। इससे प्रेमिका प्रेग्नेंट हो गई। प्रेमिका ने प्रेग्नेंट होने की जानकारी प्रेमी को दी, लेकिन जैसे ही ये खबर मिली, वह फरार हो गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि लड़की के परिजनों और प्रेमिका ने रेप के आरोप लगाने की बजाय प्रेमी को तलाश करने की गुहार लगाई। प्रेमिका कुछ माह की प्रेग्नेंट थी, इसके बाद भी वह इंतज़ार करती रही।
एक पहले ही पुलिस ने प्रेमी का ढूंढ निकाला। यूपी से मध्य प्रदेश के भोपाल से पुलिस प्रेमी को लाई. प्रेमिका और परिवार को थाने बुलाया और थाने में ही दोनों की शादी करा दी।
इस तरह से पुलिस ने भाग रहे प्रेमी के गले में प्रेमिका के हाथों जयमाल डलवा दी। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्ष शादी के लिए सहमत थे, इसलिए दोनों की शादी करा दी गई।
उत्तर प्रदेश
रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’
अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।
वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।
भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।
इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।
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