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प्रादेशिक

BIG BREAKING: ऐश्वर्या राय का रिश्ता टूटने की कगार पर, पति ने कोर्ट में दाखिल की तलाक की अर्जी!

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नई दिल्ली। ऐश्वर्या राय का जल्द ही तलाक होने वाला है। ऐश्वर्या के पति ने तलाक की अर्जी भी दे दी है। खबर पढ़कर आपको भी झटका लगा होगा लेकिन बात 100 फीसदी सही है।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शादी के महज 5 महीने बाद ही अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक लेने की अर्जी दाखिल कर सबको चौंका दिया।

तेज प्रताप ने शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में तलाक की अर्जी दी जिसमें उन्होंने अपने साथ क्रूरता और टॉर्चर होने की बात कही है। तेज प्रताप ने तलाक की यह अर्जी हिंदू मैरिज एक्ट के तहत दाखिल की है। जिसके नियमनुसार पति-पत्नी में से कोई भी तलाक मांग सकता है।

आपको बता दें कि तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी इसी साल 12 मई को हुई थी। पटना के वेटनरी कॉलेज में आयोजित इस शादी में सियासी दलों के तमाम दिग्गज नेताओं ने शिरकत की थी।

 

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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