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प्रादेशिक

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को लगा तगड़ा झटका, जानकर दंग रह जाएंगे आप!

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब बहुत ही कम समय बचा है। ऐसे में सत्तारुढ़ बीजेपी और कांग्रेस सिंहासन हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए है।

बीजेपी

जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश में हैं वहीं बीजेपी भी राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड जैसे मामले में कटघरे में खड़ा कर रही है।

बीजेपी

लेकिन इन सबके बीच मध्यप्रदेश चुनाव से ठीक पहले बीजेपी तगड़ा झटका उस समय लगा जब रीवा के पूर्व विधायक पुष्पराज सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में शुक्रवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।

बीजेपी

आपको बता दें कि राहुल गांधी इस समय मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शुक्रवार को रीवा में पुष्पराज सिंह ने राहुल गांधी से मुलाकात की और कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया।

पुष्पराज भाजपा के पूर्व विधायक हैं। चुनाव से ठीक पहले पूर्व विधायक का इस्तीफा भाजपा के लिए दूसरा झटका माना जा रहा है। इससे पहले बीजेपी की पद्मा शुक्ला ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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